संचार न्यूज़। ग्रेटर नोएडा स्थानीय युवाओं को कंपनी में रोजगार की मांग को लेकर किसान बेरोजगार सभा के कार्यकर्ताओं ने कंपनी के गेट पर बुधवार को धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान स्थानीय किसानों ने युवाओं को रोजगार देने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की उनका कहना है कि किसानों की जमीन का ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के द्वारा अधिग्रहण किया जा रहा है जिससे युवा बेरोजगार हो रहे है और यहां पर बनने वाली फैक्ट्री में इस बाहर के युवाओं को रोजगार दिया जा रहा है जबकि स्थानियों को वहां पर रोजगार नहीं दिया जा रहा है।
दरअसल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के द्वारा स्थानीय किसानों की जमीन का औद्योगिक इंडस्ट्री के लिए अधिग्रहण किया गया था उसी जमीन पर बनने वाली फैक्ट्री में स्थानीय किसानों के बच्चों को नौकरी नहीं दी जा रही है। उनको लोकल कहते हुए कंपनी से बाहर किया जा रहा है इसी बात से नाराज स्थानीय किसान-महिलाओ सहित कंपनी के गेट पर प्रदर्शन करने पहुंचे उनका कहना है कि यहां की कंपनियों में स्थानीय युवाओं को रोजगार दिया जाए।
किसान बेरोजगार सभा के प्रदेश अध्यक्ष अजय प्रधान के नेतृत्व में सभा के कार्यकर्ता रामपुर फतेहपुर टोल के पास सेमकॉन इंडस्ट्रीज कंट्रोल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर पहुंचे और कंपनी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए गेट को बंद करके धरना प्रदर्शन करने के लिए बैठ गए। इस दौरान किसानों के साथ महिलाएं भी भारी संख्या में मौजूद रही। सूचना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और उन्होंने कार्यकर्ताओं और किसानों को समझ कर शांत करने का प्रयास किया इस दौरान किसानों व पुलिस के बीच नोकझोंक हुई।
अजय प्रधान ने बताया कि यहां पर किसानों की जमीनों का प्राधिकरण ने अधिग्रहण कर फैक्ट्री स्थापित की है उन्हें फैक्ट्री में किसानों के बच्चों को स्थानीय बताकर रोजगार नहीं दिया जा रहा है जिससे यहां के युवा बेरोजगार हो गए हैं ऐसे में किसानों की जमीन का अधिकरण भी हो गया और उसे पर लगने वाली फैक्ट्री से ही किसानों के बच्चों को बाहर किया जा रहा है। यहां पर फैक्ट्री में किसानों के बच्चों को स्थाई रोजगार की मांग को लेकर किसान बेरोजगार सभा के साथ किसान व महिलाएं भारी संख्या में मौजूद रही। सभी का यही कहना है कि कंपनी में स्थानीय युवाओं को रोजगार दिया जाए।
किसानों के धरने प्रदर्शन के दौरान शाम को कंपनी प्रबंधन के साथ किसानों की बातचीत हुई। जिसके बाद स्थानीय युवाओं को रोजगार देने का आश्वासन दिया गया है उन्होंने कहा है कि दिसंबर के पहले सप्ताह में ही स्थानीय युवाओं को रोजगार दिया जाएगा। कंपनी प्रबंधन के द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद किसानों के द्वारा किया जा रहा धरना प्रदर्शन समाप्त हो गया। इस दौरान किसान बेरोजगार सभा के साथ किसान व महिलाएं सैकड़ो की संख्या में मौजूद रही।