कानपुर शहर के चर्चित किसान बाबू सिंह यादव सुसाइड केस में फरार चल रहा बीजेपी नेता आशु दिवाकर बीते एक महीने से पुलिस की पकड़ से दूर है. पुलिस छापेमारी तो कर रही है लेकिन बीजेपी नेता का कोई सुराग नहीं मिल रहा है. ऐसे में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं.
सुसाइड केस में आरोपी की गिरफ्तारी न कर पाने पर कानपुर पुलिस पर दबाव बढ़ रहा है. इस बीच पुलिस ने फरार चल रहे नेता आशु दिवाकर पर इनाम की रकम बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दी है. इससे पहले यह रकम 50 हजार थी. इससे पहले मंगलवार को पीड़ित परिवार कमिश्नर ऑफिस पहुंचा था. परिवार ने आरोपी आशु दिवाकर के घर की कुर्की और उसपर गैंगस्टर लगानी की मांग रखी थी.
आरोप है कि स्थानीय बीजेपी नेता आशु दिवाकर ने किसान की 6 करोड़ की जमीन हड़पकर व्यापारी के हाथ बेच दी थी. आशु ने किसान को जमीन के बदले 6 करोड़ 20 लाख का फर्जी चेक दिया था. फिर उसे वापस ले लिया था. इससे परेशान होकर किसान ने मौत को गले लगा लिया.
मृतक की बेटी इंसाफ के लिए लगा रही गुहार
इस पूरे प्रकरण को एक महीना पूरा हो चुका है लेकिन अभी भी मृतक की बेटी इंसाफ के लिए गुहार लगा रही है. आज पुलिस ऑफिस में किसान बाबू सिंह यादव की बेटी रूबी ने कमिश्नर से कहा- ‘मेरे पिताजी की जगह अगर कोई बीजेपी नेता होते तो अब तक बुलडोजर चल जाता.’
रूबी का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की जाए और उनकी संपत्ति कुर्क की जाए. साथ ही जल्द से जल्द उनकी गिरफ्तारी हो. वहीं, पीड़ित परिवार के साथ आए समाजवादी पार्टी नेता फतेह बहादुर गिल ने भी कहा कि कानपुर पुलिस आरोपी के घर पर बुलडोजर चलाने का काम करे ताकि उन्हें विश्वास हो कि उत्तर प्रदेश शासन में कार्रवाई अपराधियों पर होती है.
मामले में जॉइंट कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं. इनाम की रकम को एक लाख कर दिया गया है. आरोपी के साले से भी हम पूछताछ करेंगे क्योंकि एग्रीमेंट में वह विटनेस है. उसकी मिलीभगत पाई गई तो उसपर एक्शन होगा.
उधर, आशु दिवाकर को हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली है. सोमवार को उसकी एफआईआर खत्म करने की अपील को कोर्ट ने खारिज कर दिया. पुलिस अब उसके खिलाफ कुर्की का नोटिस जारी कराएगी.