फिरोजाबाद. पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया है. यहां एसएसपी की एक तस्वीर सामने आई है जिसमें वो एक बच्ची का जन्मदिन मना रहे हैं. उसे केक खिला रहे हैं और ताली भी बजा रहे हैं. ये सब नजारा उस बन्दी आकाश के घर का है जिसकी मौत जेल में 19 जून को हुई थी. परिजनों ने पुलिस कर्मियों पर प्रताड़ना के आरोप लगाए थे. आज अचानक एसएसपी का पीड़ित परिवार के घर पर पहुंचकर जन्मदिन मनाने की तस्वीर सामने आते ही पुलिस का रूप कुछ और ही दिखने लगा. लोग इसकी तारीफ कर रहे हैं.
दरअसल, फिरोजाबाद के एक युवक आकाश को पुलिस ने 17 जून को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. उस पर आरोप था कि बाइक चोरी करता है. फिर उसकी मौत 19 जून को सुबह हो गई थी. परिजनों ने आरोप लगाया था कि उसकी पिटाई थाना दक्षिण पुलिस कर्मियों द्वारा लगाया गया जिससे उसकी मौत हो गई. पिटाई की पुष्टि मेडिकल रिपोर्ट में भी हुई थी. गौरतलब है जब परिजन बंदी आकाश के शव को पोस्टमार्टम के बाद वापस ले जा रहे थे तभी सुहागनगर चौराहे पर लोग इकट्ठे हो गए और पुलिस के खिलाफ धरने पर बैठ गए और फिर माहौल बिगड़ा लोगों ने पुलिस पर पथराव किया; आगजनी की. पूरा इलाका दहशत में आ गया था.
दूसरे बंदी ने किया था खुलासा, थाने में नहीं जेल में हुई थी पिटाई
बाद में बंदी आकाश के साथ जेल गए दूसरे बंदी ने मीडिया को बताया था कि मृतक के साथ जेल में ही मारपीट हुई न कि थाने में. इसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली थी और अब सारा आरोप जेल प्रशासन पर था. इस मामले में जमकर राजनीति भी हुई थी. समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन और अक्षय यादव पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे. वहीं कांग्रेस की 11 सदस्यों की टीम अजय कुमार राय के अगुवाई में पीड़ित परिवार से मिलने पहुंची थी.
एसएसपी अपनी टीम के साथ पहुंचे पीड़ित परिवार के घर
आज मृतक बंदी आकाश की बेटी का जन्मदिन था. उसी का जन्मदिन मनाने खुद एसएसपी सौरभ दीक्षित, सीओ सिटी के साथ पीड़ित परिवार के घर पर पहुंचे. जहां उन्होंने केक कटवाकर बच्ची का जन्मदिन मनाया और अपना आशीर्वाद मासूम बच्ची को दिया. वहीं स्वर्गीय आकाश के परिजनों का कहना है अचानक एसएसपी साहब उनके घर पहुंचे. सभी लोगों के साथ मिलकर बच्ची का जन्मदिन मनाया; केक भी कटवाया है. परिजनों ने बताया कि पुलिस ने उन्हें आश्वश्त भी किया है कि जिंदगी के हर मोड़ पर पुलिस उनके साथ है और परिजनों को निष्पक्ष न्याय संगत कार्यवाही एवं सामाजिक सुरक्षा हेतु आश्वश्त भी किया.