नई दिल्ली : समय रात करीब 11.30 बजे, कनॉट प्लेस का क्लब। मौज-मस्ती के लिए चार दोस्त पार्टी कर रहे हैं। इसके बाद वे लिफ्ट में सवार होते हैं। लिफ्ट में घुसने के बाद ग्राउंड फ्लोर का बटन दबाते हैं। लिफ्ट नीचे की तरफ से आना शुरू होती है। अचानक लिफ्ट में मौजूद चारों दोस्त मदद के लिए चिल्लाना शुरू कर देते हैं। लिफ्ट के बीच में ही फंसने से लिफ्ट में सवार लोगों की सांसें फूलनी शुरू हो जाती है। घबराहट में उन लोगों में से घटना की जानकारी मिलते ही माइ बार हेडक्वार्टर क्लब के ऑन ड्यूटी स्टाफ में हड़कंप मच जाता है। आननफानन में फायर डिपार्टमेंट को कॉल की जाती है।
मदद के लिए चिल्लाने लगे, गला सूख गया
घटना की जानकारी मिलने के बाद दिल्ली फायर सर्विस तुरंत 6 फायर फाइटर्स के साथ मौके पर एक फायर टेंडर भेजती है। एक घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद लिफ्ट में फंसे चारों लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाता है। रेस्क्यू ऑपरेशन को लीड करने वाले फायर ऑफिसर नितिन ने बताया कि चार आदमी लिफ्ट के अंदर थे। वे मदद के लिए चिल्ला रहे थे। वे प्यासे भी थे और बार-बार पानी मांग रहे थे। नितिन ने कहा कि उन्होंने ग्राउंड फ्लोर का गेट खोला और लिफ्ट देखी। दमकल अधिकारियों को लगा कि लिफ्ट पहली मंजिल पर है, इसलिए वे फ्लोर पर पहुंचे और चाबी से गेट खोला। हालांकि, लिफ्ट वहां नहीं थी।
लिफ्ट काटने के लिए बुला ली थी टीम
आमतौर पर, लिफ्ट से लोगों को बचाने के लिए हर मंजिल पर एक गेट होता है जिसे काटकर खोला या तोड़ा जाता है, लेकिन इस मामले में लिफ्ट ऐसी जगह फंसी हुई थी जहां बचाव टीम लिए पहुंचना आसान नहीं था। बटन या अन्य सिस्टम काम नहीं कर रहे थे। फायर ऑफिसर ने बताया कि यह पता नहीं चल पाया कि लिफ्ट क्यों फेल हो गई। इसके बाद रेस्कूय ऑपरेशन में टेक्निशियन की मदद ली गई। कुछ भी काम नहीं कर रहा था। ऐसे में टीम ने लिफ्ट को काटने में मदद करने के लिए मौके पर रेस्क्यू टेंडर बुलाए। टेक्नीशियन मौके पर पहुंच गया। टेक्निशियन ने सिस्टम को रिसेट किया। इसके बाद लिफ्ट को मैन्युअली ऑपरेट किया गया। इसके बाद लिफ्ट को सेकंड फ्लोर पर ले जाया गया। यहां से ही लिफ्ट में फंसे चारों लोगों को बाहर निकाला गया। लिफ्ट में फंसे चारों लोग बहुत घबराए हुए थे।
लिफ्ट के अंदर उल्टी, पेशाब कर दिया
फायर ऑफिसर नितिन ने बताया कि लिफ्ट में फंसे लोग इतना घबराए हुए थे कि उन्होंने लिफ्ट के अंदर उल्टी और पेशाब कर दिया था। वे लोग बाहर आने के बाद वे बहुत गुस्से में थे। बाद में, उन्होंने हमें बताया कि वे दोस्त हैं और अलग-अलग कंपनियों के लिए काम करते हैं। वे पार्टी करने आए थे और ग्राउंड फ्लोर पर जा रहे थे। लिफ्ट में फंसे सभी चार लोगों की उम्र 25 से 30 साल के बीच थी। दिल्ली फायर सर्विस के निदेशक अतुल गर्ग ने कहा कि यह सबसे कठिन रेस्क्यू ऑपरेशन में से एक था। डीसीपी (नई दिल्ली) प्रणव तायल ने कहा उन्हें इस संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है।
क्लब के मालिक ने बताया मामूली घटना
माय बार हेडक्वार्टर के मालिक गुरविंदर ने कहा कि यह एक मामूली घटना थी। इसके पीछे तकनीकी कारण थे। इससे पहले साल 2017 में, आठ लोगों का एक ग्रुप कनॉट प्लेस के एक अन्य प्रसिद्ध रेस्तरां की लिफ्ट में तीन घंटे से अधिक समय तक फंसा रहा था। इनमें से एक बेहोश भी हो गया था। फायर डिपार्टमेंट को लिफ्ट को काटने और लड़कों को बचाने के लिए गैस कटर का इस्तेमाल करना पड़ा था।