मेरठ: मेरठ एसओजी टीम ने लोहिया नगर में मंगलवार को हुए ब्लास्ट (meerut factory blast) के मुख्य आरोपी गौरव गुप्ता को देर रात दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी गौरव दिल्ली में जाकर छिपा था। एसओजी लगातार आरोपी गौरव गुप्ता के करीबियों पर नजर रखे हुए थी और उनका पीछा कर रही थी। गुरुवार रात एसओजी ने गौरव को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। एसओजी की पूछताछ में आरोपी गौरव गुप्ता ने कई राज खोले हैं।
आरोपी गौरव गुप्ता ने एसओजी और अधिकारियों के सामने बताया कि प्लास्टिक पाइप बनाने की फैक्ट्री का काम काफी मंदा चल रहा था। वहीं दीपावली नजदीक होने के कारण बच्चों की टॉयगन में चलाये जाने वाले कारतूस बनाने के काम की जानकारी जुटाकर काम शुरू किया। उसने यह भी बताया कि माल तैयार करने के बाद इन्हें पैक करके सहारनपुर और पंजाब में कुछ डीलर को सप्लाई किया जाना था। पूरा माल तैयार भी पूरी डिटेल ले ली है।
मेरठ के ख़ैरनगर से खरीदा पोटेशियम
आरोपी गौरव गुप्ता ने बताया की मेरठ के खैरनगर बाजार से कि वह तीन बोरियों में पोटेशियम क्लोरेट खरीद कर लाए थे। इनमें से एक बोरी का इस्तेमाल टॉय गन कारतूस बनाने में किया जा चुका था। बाकी समान वहीं पर फैक्ट्री में ही रखा हुआ था। एसओजी ने खैरनगर से सामान बेचने वाले दुकानदार का पता और मोबाइल नंबर भी ले लिया है और आगे की कार्रवाई की तैयारी में जुट गई है।
बीजेपी सांसद कांता कर्दम के पति की गैस एजेंसी सील, हंगामे के बाद खोली
मेरठ की नगर निगम की टीम गुरुवार को भाजपा की राज्यसभा सांसद कांता कर्दम के परिजनों की गैस एजेंसी को सील करने पहुंच गए। इस पर भाजपा के लोगो ने हंगामा कर दिया। सूचना मिलते ही मेयर हरिकांत अहलूवालिया भी मौके पर पहुंचे तब जाकर नगर निगम टीम वापस लौट गई। चर्चा है कि निगम टीम ने सील लगा दी थी जो मेयर के पहुंचने के बाद आननफानन में खोल दी गई। वहीं, राज्यसभा सांसद कांता कर्दम और उनके पति वीर सिंह कर्दम का कहना है कि कोई मामला नहीं है। गलतफहमी हो गई थी। अपर नगर आयुक्त ममता मालवीय का कहना है कि बकाये का मामला था।