दिल्ली के रहने वाले दो लोगों ने पुलिस से शिकायत कर कहा है कि उन पर इस्लाम कबूल करने का दबाव डाला गया. पीड़ितों ने यह भी दावा किया कि उन्हें जन्नत के ख्वाब दिखाए जाते थे, 72 हूरों की पेशकश की जाती थी. इसी के साथ जाकिर नाइक के वीडियो दिखाए जाते थे. वहीं इसके अलावा पैसों का लालच दिया जाता था या राजस्थान के कन्हैयालाल जैसा हश्र दिखाकर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया गया. विक्की और सुजीत नाम के पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर आरोपी को अरेस्ट कर लिया है.
दिल्ली के तुर्कमान गेट पर बने रैन बसेरे के केयर टेकर विक्की शर्मा का दावा है कि पिछले दो साल से कलीम नाम का एक शख्स लगातार उन पर इस्लाम कबूल करने का दबाव बना रहा था. विक्की के मुताबिक, कलीम नाम का शख्स जाकिर नाइक के वीडियो दिखाता था और दबाव बनाता था.
जब विक्की ने कलीम को मना कर दिया तो कलीम ने उसे अलग अलग तरीके से परेशान करना शुरू कर दिया. विक्की के मुताबिक, कभी मारपीट तो कभी छीना झपटी की झूठी शिकायतें कलीम ने उसके खिलाफ कीं. जब टॉर्चर बहुत बढ़ गया तो मामले की शिकायत पुलिस से की.
बात न मानने पर मिलती थी कन्हैयालाल जैसी हालत कर देने की धमकी
विक्की से ही मिलती जुलती कहानी सुजीत की भी है. सुजीत का दावा है कि कलीम ने उस पर लगातार दबाव बनाया. जाकिर नाइक के वीडियो दिखाए जाते थे, विदेश से फंडिंग की बात कही जाती थी और बात न मानने पर राजस्थान के कन्हैयालाल जैसी हालत कर देने की धमकी दी जाती थी. सुजीत के मुताबिक, कलीम मदरसे के लिए चंदा जुटाता था.
पीड़ितों का दावा- आरोपी एक शख्स को कबूल करा चुका है इस्लाम
पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद पहले मामले की जांच की और फिर 153-A/295-A IPC के तहत केस दर्ज कर कलीम को गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट में पेश किया. कोर्ट से कलीम को जेल भेज दिया गया. पुलिस का कहना है कि मोहम्मद कलीम ने कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया है. विक्की और सुजीत का दोनों ने दावा किया है कि कलीम ने एक शख्स को इस्लाम कबूल भी करवाया है, वहीं पुलिस का कहना है कि अभी इस मामले की जांच की जा रही है.
मामले को लेकर क्या बोली पुलिस?
इस मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि तुर्कमान गेट के रहने वाले संदीप नाम के पीड़ित ने शिकायत की थी. शिकायत में आरोप लगाया कि मो. कलीम पुत्र अजीमुल्ला ने इस्लाम कबूल करने का उस पर दबाव डाला. कलीम मूल रूप से मटिया महल बाराबंकी उत्तर प्रदेश का रहने वाला है. प्राथमिक जांच के बाद थाना चांदनी महल में केस दर्ज कर लिया गया. उसे अरेस्ट कर लिया गया है.
नोएडा की बड़ी आईटी कंपनी में नौकरी कर चुका है कलीम
मोहम्मद कलीम को परिवार ने घर से निकाला हुआ है. वो बाराबंकी का रहने वाला है. कलीम ने बीटेक किया है. वह नोएडा की एक बड़ी आईटी कंपनी की नौकरी छोड़कर धर्मांतरण करवा रहा था. कलीम ने शिकायतकर्ता संदीप के खिलाफ रॉबरी का केस दर्ज करवाया था. जांच में पुलिस को सुराग नहीं मिला, अब तक की जांच में ये केस झूठा पाया गया है.
वॉट्सएप ग्रुप में डालता था जाकिर नाइक के वीडियो
कलीम ने 4-5 वॉट्सएप ग्रुप बना रखे थे, जिनमें जाकिर नाइक के वीडियो डाले गए थे. सभी ग्रुपों का एडमिन कलीम ही था. सभी वॉट्सएप ग्रुप में कुल करीब 100 लोग मेंबर हैं, सभी मेंबर मुस्लिम ही थे. इन ग्रुप में इस्लाम के प्रचार से जुड़े मैटेरियल शेयर किए जाते थे. कलीम कम पढ़े लिखे लोगों को टारगेट करता था. सीलमपुर, भरतपुर और आगरा के मदरसों से जुड़ा हुआ था. पुलिस टीम इन मदरसों की पड़ताल के लिए जाएगी.