ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने बृहस्पतिवार को प्रस्तावित ग्राउंड ब्रेक्रिंग सेरेमनी (जीबीसी) की तैयारियों की समीक्षा की।
सीईओ ने जमीन आवंटन से जुड़े सभी विभागों को निर्देश दिए कि जिन निवेशकों ने ग्रेटर नोएडा में निवेश के लिए करार किए हैं, उनको जीबीसी में ले जाने पहले जमीन उपलब्ध कराकर नक्शा पास कराने तक की प्रकिया पूरी करा लेने का लक्ष्य दिया है।
दरअसल, शासन ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को 40 हजार करोड़ रुपये के निवेश के साथ ग्राउंड ब्रेक्रिंग सेरेमनी में हिस्सा लेने का लक्ष्य दिया है। सीईओ रितु माहेश्वरी की अगुवाई में प्राधिकरण इस लक्ष्य को पाने की पूरी कोशिश कर रहा है। सीईओ ने इस लक्ष्य को हासिल करने के मद्देनजर बृहस्पतिवार को औद्योगिक, वाणिज्यिक, बिल्डर, संस्थागत और आईटी विभागोें की बैठक की।
सीईओ ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के साथ हुए एमओयू को तीन श्रेणी में बांटा है। पहली श्रेणी में वे निवेशक हैं, जिनको भूखंड दे दिए गए हैं। सीईओ ने इन आवंटियोें की आवंटन प्रक्रिया को तत्काल पूरा कराकर लीज डीड कराने और नक्शा पास कराने तक की प्रक्रिया पूरी करा लेने के निर्देश दिए हैं, ताकि समय से मौके पर काम शुरू हो सके। दूसरी श्रेणी में वे निवेशक हैं, जो अपनी इकाई का विस्तार कर रहे हैं।
उनका भी मौके पर काम शुरू कराने का लक्ष्य दिया है। तीसरी श्रेणी में वे निवेषक हैं, जो ग्रेटर नोएडा में निवेश के लिए आतुर हैं, लेकिन उनको अभी तक भूखंड नहीं मिला है।
सीईओ रितु माहेश्वरी ने ग्राउंड ब्रेक्रिंग सेरेमनी से पहले इन निवेशकों के लिए भी स्कीम लाकर भूखंड आवंटन करने और नक्शा स्वीकृति तक की प्रक्रिया पूरी कराने के निर्देश दिए हैं।
सीईओ ने सभी विभागों को निर्देश दिए हैं कि बड़े डिफॉल्टरों के आवंटन रद्द कर उनसे जमीन वापस लिए जाएं। उन भूखंडों को स्कीमों में शामिल कर इन निवेशकों को उपलब्ध कराए जाएं। इस समीक्षा बैठक में एसीईओ मेधा रूपम, एसीईओ अमनदीप डुली, एसीईओ आनंद वर्धन समेत सभी वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद रहे।