नंदगांव(मथुरा)। गुजरात पुलिस ने 23 साल से हत्या के मामले में फरार चल रहे एक आरोपी को मथुरा जिले के नंदगांव से गिरफ्तार किया है। पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए अपराधी साधु का रूप धारण कर नंदगांव के एक आश्रम में रह रहा था। आरोपी पर 45 हजार रुपये का इनाम घोषित था। हत्यारोपी को पकड़ने के लिए पुलिस की अपराध शाखा की टीम को भी साधु का रूप धारण करना पड़ा।
उड़ीसा निवासी पदम उर्फ राकेश पांडा ने साल 2001 में गुजरात राज्य के सूरत निवासी विजय साचीदास नामक शख्स की हत्या कर दी थी। वो भी सिर्फ इसलिए क्योंकि वह उसकी कथित महिला मित्र के घर आता-जाता था। पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए पदम उर्फ राकेश पांडा मथुरा पहुंच गया और वहां साधु का रूप धारण कर लिया। इसके बाद मथुरा के नंद गांव में स्थित कुंजकुटी आश्रम में रहने लगा। बाल और दाढ़ी भी बढ़ा ली ताकि कोई उसे पहचान न सके।
गुजरात के सूरत जिले की पुलिस टीम उड़ीसा के गंजाम जिले के रहनेवाले हत्यारोपी को गिरफ्तार करने के लिए कुंजकुटी आश्रम पहुंची। हत्यारोपी को गिरफ्तार करने के लिए सूरत से आई पुलिस की अपराध शाखा की टीम ने खुद भी साधु और पुजारी जैसा भेष धारण किया। दो दिन की कड़ी मशक्कत के बाद आरोपी को 28 जून को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी पदम उर्फ राकेश पांडा सूरत में भजिया बनाने का काम करता था। बरसाना कोतवाल अरुण कुमार ने बताया कि वारंट के आधार पर सूरत से आई पुलिस टीम 45 हजार के इनामी बदमाश को अपने साथ ले गई।