उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के एक गांव में एक कुत्ते की मौत हो गई। जिस पर गांव वालों ने मिलकर उसकी आत्मा की शांति के लिए शांति यज्ञ और ब्रह्म भोज का आयोजन किया। दरअसल पिछले 12 सालों से गांव के लोग मिलकर कुत्ते को पाल रहे थे। धीरे-धीरे कुत्ता गांव के लोगों चहेता बन गया था। इसलिए अब उसकी मौत पर पूरा गांव आसू बहा रहा है और उसकी आत्मा की शांति के लिए दुआ कर रहा है।
टॉमी की तेरहवीं पर 500 लोगों को कराया गया भोजन
दरअसल, बागपत जिले के बिजरोल गांव में स्ट्रीट डॉग टॉमी गलियों में घूमता रहता था। धीरा-धीरे गांव के लोगों को टाॅमी से लगाव हो गया और वह सबका लाडला बन गया था। टाॅमी भी गांव वालों की हिफाजत में लगा रहता था। बताया जा रहा है कि बीती 6 अगस्त को टॉमी (12) की मौत हो गई। टॉमी की मौत के बाद गांव वाले बेहद दुखी थे। जिसके बाद लोगों ने मिलकर टाॅमी की आत्मा की शांति के लिए हवन कराया और प्रार्थना की। इसके बाद साथ ही टॉमी की तेरहवीं का भी आयोजन किया। जिसमें करीब 500 लोगों को भोजन आयोजन कराया गया।
‘वो कुत्ता जरूर था, पर आदमी की तरह समझदार था’
गांव वालों ने बताया कि 12 साल पहले टाॅमी के जन्म के बाद इसकी मां की मौत हो गई थी। फिर गांव के लोगों ने ही इसे पाला और नाम रखा टॉमी। गांव के निवासी श्रवण सिंह ने बताया कि टॉमी को पूरे गांव के लोग पसंद करते थे। उसके गुण हम सबको भाते थे। टाॅमी को लेकर करीब 500 लोगों के लिए भोज का आयोजन कराया है, इसमें सभी ने सहयोग किया है। उसकी अच्छाइयों को सब याद कर रहे हैं। वहीं, टाॅमी को पालने वाली कुसुम ने बताया कि हमने टॉमी को छोटे बच्चे की तरह पाला था। वो कुत्ता जरूर था, पर आदमी की तरह समझदार था। वो बहुत ही अच्छा था। उसने कभी किसी को परेशान नहीं किया।