संचार न्यूज़। गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय (जीबीयू) में मंगलवार को हेलन किलर डे मनाया गया हेलेन ऐडम्स केलर (27 जून 1880 से 1 जून 1968) एक अमेरिकी लेखक राजनीतिक कार्यकर्ता और आचार्य थी वह कला स्नातक की उपाधि अर्जित करने वाली पहली बधिर और दृष्टि ही महिला थी। बधिर और दृष्टिहीन क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए यह दिवस मनाया जाता है हेलन की चमत्कार कब देने वाली कहानी ने अनेक फिल्मकारों को आकर्षित किया एक ऐसी ही फिल्म की स्क्रीनिंग प्रसारण यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान और मानसिक स्वास्थ्य विभाग में किया गया।
ग्रेटर नोएडा स्थित गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में मंगलवार को इस दिन के उपलक्ष में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विभाग के सभी छात्र छात्राएं एवं संकाय सदस्यों ने भाग लिया। इस दौरान छात्र छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए बताया गया कि आपकी दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ किए गए प्रयास के सामने कोई भी समस्या नहीं टिक सकती।
कार्यक्रम के दौरान स्कूल की अधिष्ठाता प्रोफेसर वंदना पांडे एवं गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर आरके सिन्हा के द्वारा बच्चों को प्रोत्साहित किया गया और विकलांगता के बावजूद हेलन के महान योगदान को याद किया गया। इस दौरान बताया गया कि विकलांगता होने के बावजूद भी हेलेन ऐडम्स केलर ने तमाम सफलताएं अर्जित की और दुनिया के सामने एक मिसाल पेश की। पर बताया गया कि आप नहीं अगर सफलता पाने के लिए दृढ़ संकल्प किया है तो आपको कोई भी कठिनाई या कोई भी शारीरिक विकलांगता नहीं रोक पाएगी।
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में मंगलवार को हुए कार्यक्रम के अंत में विभाग के अध्यक्ष डॉ आनंद प्रताप सिंह एवं विभाग के छात्र छात्राओं के द्वारा कुलपति को हेलेन केलर की आत्म कथा द स्टोरी ऑफ माय लाइफ को स्मारक चिन्ह के तौर पर भेंट किया गया।