नोएडा। सर्पविष तस्करी प्रकरण में यूट्यूबर एल्विश यादव समेत आठ आरोपितों के खिलाफ दाखिल आरोप पत्र में पुलिस ने कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। पुलिस के मुताबिक एल्विश यादव सपेरों के गैंग से संपर्क करने के लिए वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल करता था। उसे जब रेव पार्टी करनी होती थी तो वर्चुअल नंबर के जरिये ही बातचीत करता था।
आरोप पत्र दाखिल करने के बाद पुलिस ने एल्विश यादव, ईश्वर यादव और विनय यादव के मोबाइल डाटा रिकवर करने के लिए भेजे हैं। पुलिस को उम्मीद है कि इनके मोबाइल में वह महत्वपूर्ण डाटा मिलेगा, जिसे इन्होंने डिलीट कर दिया है।
1200 से अधिक पन्नों की चार्जशीट
बता दें कि बीते शुक्रवार को नोएडा पुलिस ने एल्विश यादव समेत आठ आरोपितों के खिलाफ 1200 से अधिक पन्नों का आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल कर दिया। इस मामले में 3 नवंबर 2023 को कोतवाली सेक्टर-49 में मुकदमा दर्ज किया गया था। बीते 17 मार्च को पुलिस ने एल्विश यादव को और उसके दो दिन बाद उसके दो साथियों ईश्वर यादव और विनय यादव को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
जब सांपों के जहर की आवश्यकता होती तो…
पुलिस ने बताया कि एल्विश सांपों और उसके जहर के लिए एक वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल करता था। उसको जब पार्टी आयोजित करनी होती थी और उसे सांपों और जहर की आवश्यकता होती थी तो वह अपने साथी विनय को वर्चुअल नंबर से कॉल करता था। विनय इसके बाद अपने करीबी ईश्वर को कॉल करता है।
ईश्वर का संपर्क राहुल समेत अन्य सपेरों से था। इसी आधार पर पुलिस ने सारी कड़ी जोड़ी। ईश्वर के कहने पर सपेरे उसके द्वारा बताए गए ठिकाने पर पहुंच जाते थे। विनय के मोबाइल पर एल्विश के वर्चुअल नंबर से कॉल मिली। इसके बाद ही पुलिस ने ईश्वर और विनय को गिरफ्तार किया था। हालांकि वर्तमान में तीनों जमानत पर हैं।
पुलिस ने आरोप पत्र में बताया है कि ईश्वर के बैंक्वेट हॉल में सांपों का जहर निकाला जाता था। इस संबंध में पुलिस ने गवाह और साक्ष्य भी प्रस्तुत किए हैं। एल्विश के खिलाफ लगी एनडीपीएस की धाराओं का आधार भी पुलिस ने इसमें बताया है।
नोएडा जोन के डीसीपी विद्या सागर मिश्र का कहना है कि एल्विश वर्चुअल नंबर से किस-किसके संपर्क में था, इसके लिए एल्विश, ईश्वर और विनय के मोबाइल का डाटा रिकवर करने के लिए भेजे हैं। जिनकी रिपोर्ट आने के बाद न्यायालय में पेश की जाएगी।