क्रिकेट के महासंग्राम टी-20 वर्ल्ड कप का आयोजन हो रहा है. क्रिकेट प्रेमी भारत ही नहीं, भारत के अलावा दूसरी टीमों के मैच भी मिस नहीं कर रहे हैं. हो सकता है आप भी ऐसे ही क्रिकेट प्रेमी हों और टीम-खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर नजर रख रहे हों. लेकिन, कभी आपने खिलाड़ियों के एसेसरीज पर गौर किया है? क्या आप जानते हैं जिस बैट से आपका फेवरेट खिलाड़ी खेलता है, वो कितने रुपये का आता है? या जिस गेंद से आपका फेवरेट खिलाड़ी बॉलिंग करता है, वो कितने रुपये की आती है?अगर आपको इसका जवाब नहीं पता है तो इसका जवाब आपको देते हैं…
कितने रुपये का आता है बैट?
पहले तो आपको बता दें कि इंटरनेशनल क्रिकेट में इस्तेमाल होने वाले बैट को लेकर कुछ नियम हैं. बैट को लेकर कुछ मानक तय किए गए हैं, जिसके हिसाब से ही बैट होना चाहिए. इन नियमों में बैट का वजन, लंबाई, साइज, डिजाइन आदि तय किए गए हैं और इन नियमों के हिसाब से ही हर बल्लेबाज का बैट होना चाहिए. जैसे कोई भी बैट 38 in/96.52 cm से ज्यादा का नहीं होना चाहिए.
बैट दो पार्ट में होता है, जिसमें एक हैंडल और एक पार्ट ब्लेड का होता है. इन ब्लेड की चौड़ाई 4.25in / 10.8 cm से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. इसके अलावा इसी तरह से इसके एज, डेप्थ और एज के लिए कई तरह के नियम बनाए गए हैं.
अगर बैट की कीमत की बात करें तो ये हर बैट मैन्युफैक्चर और लकड़ी के आधार पर तय होता है. कई कंपनियां आईसीसी के नियमों के हिसाब से बल्ले बनाती है, जिसने रेट भी अलग अलग होते हैं. इसमें इंग्लिश विलो के बैट ज्यादा इस्तेमाल किए जाते हैं वैसे आम तौर पर ये बैट 15 हजार से 30 हजार रुपये तक आते हैं, जिनका इस्तेमाल इंटरनेशनल क्रिकेटर करते हैं. स्पोर्ट्स कंपनी एसएस की वेबसाइट पर वर्ल्ड कप एडिशन का इंग्लिश विलो बैट बिक रहा है, जिसकी रेट 27 हजार 200 रुपये है. इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि ये बैट कितने रुपये के बिकते हैं.
कितने रुपये की आती है गेंद?
वहीं, अगर गेंद की बात करें तो इंटरनेशनल क्रिकेट में इस्तेमाल होने वाली गेंद टर्फ व्हाइट बॉल होती है. अक्सर वनडे और टी-20 मैचों में काकाबुरा की इस टर्फ गेंद का इस्तेमाल होता है और अन्य कंपनियों की भी इसी गेंद का इस्तेमाल होता है. वहीं, इसकी कीमत करीब 20 हजार रुपये होती है.