नई दिल्ली. बाबर आजम (Babar Azam) की कप्तानी वाली पाकिस्तानी टीम में दरार की खबरें आ रही है. बताया जा रहा है कि एशिया कप (Asia Cup) से बाहर होने के बाद पाकिस्तान की ड्रेसिंग रूम में बवाल हो गया. कप्तान बाबर आजम और तेज गेंदबाज शाहीन अफरीदी (Shaheen Afridi) के आमने सामने आने की खबर है. रिपोर्ट के मुताबिक विकेटकीपर मोहम्मद रिजवान (Mohammad Rizwan) ने बीच बचाव किया. हालांकि इन सबके बीच पाकिस्तान टीम के पूर्व ऑलराउंडर मोहम्मद हफीज (Mohammad Hafeez) यानी ‘प्रोफेसर’ बाबर के बचाव में उतर आए हैं. हफीज का कहना है कि पाक टीम की एशिया कप से बाहर होने का दोष सिर्फ बाबर के सिर क्यों मढ़ा जा रहा है.
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) की तकनीकी समिति के सदस्य मोहम्मद हफीज ने अगले महीने भारत में होने वाले विश्व कप से पहले कप्तान बाबर आजम का समर्थन करने और उनका आत्मविश्वास बढ़ाने की बात कही है. हफीज ने बाबर की कप्तानी की आलोचना का जिक्र करते हुए कहा कि एशिया कप में पाकिस्तान की हार के लिए सिर्फ उन्हें ही जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता.
‘इस समय बाबर आजम को सपोर्ट करने की जरूरत है’
बकौल हफीज ‘एशिया कप के फाइनल में नहीं पहुंचने के लिए सिर्फ उसे ही दोष देना ठीक नहीं है. हम फाइनल में पहुंचने के लिए सिर्फ कप्तान को ही श्रेय देने के लिए तैयार नहीं रहते हैं तो एशिया कप के फाइनल तक नहीं पहुंचने के लिए सिर्फ उन्हें ही क्यों जिम्मेदार ठहराया जाए. क्रिकेट एक ‘टीम गेम’ है.’ उन्होंने कहा कि इस समय देश के क्रिकेट जगत को बाबर और उसकी टीम का समर्थन करने की जरूरत है. हफीज ने कहा, ‘ये सभी खिलाड़ी अब काफी समय से बाबर के नेतृत्व में एक दूसरे के साथ खेल रहे हैं इसलिए हमें कुछ कमजोर पहलुओं का ध्यान रखने की जरूरत है. पाकिस्तान विश्व कप में शीर्ष चार दावेदारों में शुमार रहेगा.’
बाबर आजम ने खिलाड़ियों को भला बुरा कहा
सुपर फोर में पाकिस्तान को लगातार भारत और श्रीलंका से हारकर एशिया कप से बाहर होना पड़ा है. एशिया कप से बाहर होने के बाद बाबर आजम की कप्तानी को लेकर लोग सवाल उठा रहे हैं. पाकिस्तानी न्यूज चैनल बोल न्यूज के मुताबिक पाकिस्तानी टीम में पिछले 3 साल से अच्छा माहौल था और टीम एकजुट थी लेकिन अब इसमें दरार पड़ गई है. बताया जा रहा है कि श्रीलंका से हार के बाद बाबर ने ड्रेसिंग रूम में साथी खिलाड़ियों को भला बुरा कहा, जो शाहीन अफरीदी को नागवार गुजरी. अफरीदी का कहना है कि जिन्होंने अच्छा किया है उन्हें तो शाबाशी देनी चाहिए. बाबर और अफरीदी के बीच बढ़ती तल्खी को देख रिजवान को बीच बचाव करना पड़ा.