संचार न्यूज़। ग्रेटर नोएडा में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बृहस्पतिवार को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा गैर राजनीति ने ट्रैक्टर मार्च निकाला। जिसमे एमएसपी एवं स्वामीनाथन रिपोर्ट, आवासीय भूखंड, बढ़ा हुआ अतिरिक्त मुआवजा व स्थानीय युवाओं के रोजगार सहित अन्य समस्याओं को लेकर ट्रैक्टर मार्च निकाला गया। यह ट्रैक्टर मार्च जतन भाटी सेक्टर चाई 4 गोल चक्कर से P3 गोल चक्कर तक निकल गया। इस दौरान भारी संख्या में ट्रैक्टरों पर सवार होकर किसान शामिल हुए वहीं सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पुलिस बल को तैनात किया गया।
दरअसल,15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के मौके पर किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ विकास प्रधान के नेतृत्व में संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीति के आह्वान पर ट्रैक्टर मार्च निकाला गया। यह ट्रैक्टर मार्च एमएसपी एवं स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू करने सहित अन्य समस्याओं को लेकर निकल गया। वहीं गौतम बुद्ध नगर में तीनों प्राधिकरणों के द्वारा किसानों की समस्याओं का निस्तारण नहीं किया जा रहा है। किसान लगातार अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं लेकिन प्राधिकरण के अधिकारी किसानों की मांगों को सुनने को तैयार नहीं है।
इस मौके पर संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आलोक नागर और महासचिव कृष्ण नागर ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चे के राष्ट्रीय आवाहन पर स्वतंत्रता दिवस के मौके पर यह ट्रैक्टर मार्च निकाला गया है। इस दौरान पिछले किसान आंदोलनो में शहीद हुए किसान परिवारों को मुआवजा दिया जाए एवं किसानों पर दर्ज मुकदमे भी वापस लिए जाएं। इसके साथ ही स्वामीनाथन आयोग का गठन कर किसानों का कर्ज माफ किया जाए। गौतम बुध नगर में तीनों प्राधिकरण नोएडा प्राधिकरण, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और यमुना प्राधिकरण में 10% आवासीय भूखंड, अतिरिक्त मुआवजा, आबादी नियमावली एवं स्थानीय युवाओं को उद्योगों में रोजगार की मांग को लेकर सैकड़ो लोग ट्रैक्टरों के साथ ट्रैक्टर मार्च में शामिल हुए।
संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता बृजेश भाटी ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों को गुमराह कर रही है। हरियाणा सरकार ने किसानों का रास्ता रोक रखा है। 5 फरवरी से हरियाणा के बॉर्डर पर की बैठे किसानों के साथ हरियाणा सरकार गलत व्यवहार कर रही है। इस मौके पर तेजवीर भगतजी, प्रताप नागर, विनय तालान, लोकेश भाटी, रविंद्र प्रधान, संजय कसाना, नरेंद्र भाटी योगेंद्र मावी, ऋषि कसाना और हरेंद्र नागर सहित भारी संख्या में किसान मौजूद रहे।