नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में सक्रिय पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी रियाज अहमद राथर को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पाकिस्तान में बैठे लश्कर आकाओं के निर्देश पर रियाज अहमद राथर ने एलओसी के पार से हथियार व गोला बारूद प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। यह पहले सेना में नौकरी करता था। कुछ साल पहले सेवानिवृत्त हो जाने के बाद लश्कर के लिए काम करना शुरू कर दिया था।
डीसीपी रेलवे केपीएस मल्होत्रा के मुताबिक रियाज अहमद राथर मूलरूप से गांव न्यू गबरा, तहसील करनाह ,जिला कुपवाड़ा, जम्मू-कश्मीर का रहने वाला है। यह लश्कर आकाओं द्वारा एलओसी के पार से हथियार और गोला-बारूद प्राप्त करने में खुर्शीद अहमद राथर और गुलाम सरवर राथर के साथ साजिश रचने में शामिल था।
जम्मू कश्मीर से गिरफ्तार हुए थे पांच आतंकी
चार फरवरी को जम्मू-कश्मीर पुलिस से नई दिल्ली रेलवे थाना पुलिस को सूचना मिली कि कि रियाज अहमद राथर, हाल ही में जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा पकड़े गए आतंकी माड्यूल के सक्रिय सदस्य हैं। जम्मू कश्मीर पुलिस व सेना की संयुक्त कार्रवाई में पांच आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था। उनके कब्जे से पांच एके-47 राइफल, पांच मैग्जीन, 16 कारतूस सहित कई आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई थी।
इस संबंध में करनाह थाना पुलिस ने आपराधिक साजिश रचने, भारतीय शस्त्र अधिनियम, 13, 18, 20, 23, 38, 39 व यूएपीए अधिनियम आदि धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया था।
इनके कब्जे से बरामद हथियार और गोला-बारूद पीओके स्थित लश्कर-ए-तैयबा के आका मंजूर अहमद शेख उर्फ शकूर (गबरा करनाह) और काजी मोहम्मद खुशाल (धन्नी करनाह) द्वारा भेजे गए थे। दोनों सीमा पार से ऑपरेट कर रहे थे। इससे पूछताछ में पता चला था कि रियाज अहमद ट्रेन से दिल्ली के लिए गया है।
थानाध्यक्ष विश्वनाथ पासवान, एसआइ नसीब सिंह, एएसआइ यादराम, सुशील, हवलदार जयवीर और गौरव ने जांच शुरू कर दी। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास उसकी लोकेशन का पता चलने पर स्टेशन के प्रवेश व निकास द्वारों पर पुलिस टीमों ने जांच शुरू कर दी।
भीड़ में रियाज अहमद पर नजर पड़ने पर पुलिसकर्मियों ने जब उसे सुबह के समय नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के निकास गेट नंबर एक पर पकड़ने की कोशिश की तब वह वहां से भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन अलर्ट पुलिस टीम ने उसे वहां से दबोच लिया।
दूसरे ठिकाने भागने की फिराक में था रियाज
पूछताछ में उसने बताया कि वह अपने दोस्त अल्ताफ के साथ जबलपुर से महाकौशल एक्सप्रेस में सवार हुआ था और तीन फरवरी की दोपहर करीब तीन बजे हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पहुंचा था। वहां से आटो लेकर वह नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचा था। रियाज अहमद राथर किसी दूसरे ठिकाने पर जाने वाला था इससे पहले वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
रियाज अहमद पर खुर्शीद अहमद राथर से हथियार और गोला-बारूद की खेप प्राप्त करने का आरोप है। यूसुफ राथर और गुलाम सरवर राथर को जम्मू-कश्मीर पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। रियाज अहमद और उसका दोस्त अल्ताफ 31 जनवरी 2023 को भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
इसके कब्जे से एक मोबाइल फोन और एक सिम कार्ड बरामद किया गया है। रियाज अहमद को कानून की उचित धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है और जम्मू-कश्मीर के संबंधित थाना पुलिस को आगे की कार्रवाई के लिए सूचित कर दिया गया है।