उत्तराकाशी टनल में फंसे 40 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। आधुनिक मशीनों की मदद ली जा रही है। देश दुनिया के विशेषज्ञों से सलाह ली जा रही है। सामने आई जानकारी के मुताबिक अब तक 21 मीटर ड्रिलिंग की जा चुकी है। नए अमेरिकन ऑगर मशीन से गुरुवार सुबह 10.30 बजे से खुदाई शुरू हुई। शुक्रवार सुबह 6.30 बजे तक 21 मीटर तक ड्रिलिंग की गई। जानकारी के मुताबिक अभी 60 मीटर तक खुदाई होनी बाकी है।
बता दें, उत्तराकाशी की सिलक्यारा सुरंग के एक हिस्से के ढहने की वजह से 40 मजदूर पिछले 6 दिनों से फंसे हुए हैं। गुरुवार को नई अमेरिकन ऑगर मशीन इंस्टॉल की गई और दोबारा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। जानकारी के मुताबिक इस मशीन को राज्य सरकार के अनुरोध पर पीएमओ के आदेश के बाद उपलब्ध कराया गया है।
पाइप के जरिए ऑक्सीजन, दवाएं और खाने की सप्लाई
जहां मलबा जमा हुआ है वह हिस्सा सिल्क्यारा की तरफ सुरंग के मुहाने से 270 मीटर की दूरी पर शुरू होता है। उत्तरकाशी के जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने कहा कि फंसे हुए मजदूर सुरक्षित हैं और उन्हें पाइप के जरिए ऑक्सीजन, दवाएं और खाने और पानी की सप्लाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि उनका मनोबल बनाए रखने के लिए उनसे लगातार बात की जा रही है।
मंगलवार को रोकना पड़ा था काम
इससे पहले मंगलवार को लैंडस्लाइड के चलते मजदूरों को बाहर निकालने के लिए बनाई जा रही एस्केप टनल का काम रोकना पड़ा था। इसके बाद ऑगर मशीन के खराब होने की भी जानकारी आई थी जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन में और देर हुई।
रेस्क्यू ऑपरेशन में 2-3 दिन का समय
उधर गुरुवार को स्थिति की जायजा लेने पहुंचे केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा, रेस्क्यू ऑपरेशन में 2-3 दिन का समय और लग सकता है। उन्होंने कहा कि फिर कहीं कोई दिक्कत आने की स्थिति में हम थोड़ा ज्यादा समय हाथ में लेकर चल रहे हैं। नहीं तो बचाव कार्य जल्दी भी पूरा हो सकता है।
वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को राज्य सचिवालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ 40 मजदूरों को निकालने के लिए चल रहे राहत और बचाव कार्य की समीक्षा बैठक की थी।