पीसीएस अफसर ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्या के साथ विवादों में फंसे होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे पर बड़ा एक्शन हुआ है। शासन ने मनीष दुबे को सस्पेंड कर दिया है। बतादें कि महोबा में तैनात होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे पर कई दिनों से कार्रवाई की तलवार लटक रही थी। पांच दिन पहले ही डीजी होमगार्ड बीके मौर्या की रिपोर्ट के आधार पर योगी सरकार के जेल एवं होमगार्ड्स राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने मनीष दुबे को सस्पेंड कर उनके विरुद्ध विभागीय जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद से मनीष दुबे पर कार्रवाई तय मानी जा रही थी। शुक्रवार को शासन ने मनीष दुबे को सस्पेंड करके उनके खिलाफ जांच बिठा दी है।
विवादों के बाद गाजियाबाद से महोबा में हुआ था ट्रांसफर
जुलाई में एसडीएम ज्योति मौर्या और उनके पति के विवाद के बीच होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे का नाम सामने आया था। उस समय मनीष दुबे गाजियाबाद में तैनात थे। मनीष दुबे का नाम जब ज्योति मौर्या के साथ उछला तो शासन ने इसे गंभीरता से लिया और उनका तबादला महोबा में कर दिया था। तब से वह यहीं तैनात थे। लेकिन उनकी मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही थीं। आलोक मौर्या ने शासन के साथ ही डीजी होमगार्ड्स को पत्र लिखकर मनीष दुबे पर भी गंभीर आरोप लगाए थे। आलोक ने अपनी पत्नी ज्योति मौर्या पर भी बेवफाई के अलावा गंभीर भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप लगाए थे। यह विवाद सामने आने के बाद मनीष दुबे और ज्योति मौर्य की बातचीत का एक कथित ऑडियो क्लिप भी वायरल हुआ था, जिसमें आलोक मौर्या को रास्ते से हटाने के लिए आपराधिक साजिश रचे जाने की बात हो रही थी। जांच में इस ऑडियो क्लिप को भी शामिल किया गया था।
आलोक और ज्योति के बीच कोर्ट में हो गया था समझौता
जितनी तेजी से एसडीएम ज्योति और उनके पति आलोक मौर्य के बीच का विवाद बढ़ा था, उसी तेजी के साथ मामला शांत भी हो गया। विवादों से घिरने के एक महीने बाद आलोक मौर्य का अपनी पत्नी ज्योति मौर्या से समझौता हो गया था। आलोक ने कोर्ट में चल रहे केस को वापस ले लिया था। ज्योति मौर्य की तरफ से आलोक मौर्य के विरुद्ध प्रयागराज के धूमनगंज थाने में दर्ज कराया गया मुकदमा भी वापस हो सकता है।