उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बिशप जॉनसन गर्ल्स विंग स्कूल की प्रिंसिपल को जबरन उनकी कुर्सी से हटा दिया गया और उनके कार्यालय से बाहर निकाल दिया गया. इस दौरान वहां मौजूद किसी ने इसका वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. 2 मिनट 43 सेकंड के फुटेज में बिशप मॉरिस एडगर डैन और उनके साथी को प्रिंसिपल पारुल बलदेव के बंद ऑफिस में घुसते हुए दिखाई दे रहा है.
दरअसल, 2 जुलाई का 2 मिनट 43 सेकंड के वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें बिशप सहित कुछ लोग प्रिंसिपल के रूम का ताला तोड़कर अंदर पहुंचते हैं और प्रिंसिपल का मोबाइल छीनने का प्रयास करते नजर आ रहे हैं. प्रिंसिपल पारुल डोंट टच- डोंट टच कह रही हैं. इसके बाद दूसरी महिला टीचर भी मोबाइल छीनती है. फिर उन्हें उनकी कुर्सी से हटा दिया गया और कुछ ही देर बाद स्टाफ की तालियों के बीच एक अन्य प्रिंसिपल को बैठा दिया गया.
How Bishop Johnson Girls School in Prayagraj school decided to replace its old principal with the new one. pic.twitter.com/Fmu4Vhm0bL
— Sneha Mordani (@snehamordani) July 5, 2024
वहीं, स्कूल पर कब्जे के मामले में अब डायोसिस ऑफ लखनऊ की सफाई सामने आई है. आरोपी बिशप मॉरिस एडगर दान के मुताबिक पूरा मामला 11 फरवरी को हुए आरओ-एआरओ पेपर लीक से जुड़ा है. बिशप के मुताबिक, ‘बिशप जॉनसन गर्ल्स विंग’ स्कूल से जुड़े कुछ लोगों को एसटीएफ ने पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया था, जिसमे प्रिंसिपल की भूमिका भी सामने आई थी.
उनके मुताबिक पेपर लीक मामले में नाम आने के बाद ही प्रिंसिपल पर एक्शन लिया गया है, उन्हें 4 महीने पहले ही टर्मिनेट किया जा चुका है. पेपर लीक मामले में स्कूल का नाम सामने आने के बाद स्कूल का नाम खराब हो रहा था . मामले में कर्नलगंज थाने में प्रिंसिपल पारुल सोलोमन की तहरीर पर एनएल दान, बिशप मॉरिस एडगर दान, विनीता इसूबियस, संजीत लाल, विशाल नावेल सिंह, आरके सिंह, अरुण मोजेज, तरुण व्यास, अभिषेक व्यास और अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज हुआ है.