यूपी के रामपुर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां धावनी हसनपुर गांव में तीन दिन से लापता मासूम बच्ची की निर्मम हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने बुधवार को एक युवती को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी युवती का बच्ची के पिता से प्रेम-प्रसंग चल रहा था और वह बच्ची और उसकी मां से नफरत करती थी। युवती ने रविवार को मासूम का अपहरण कर उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी थी और उसके शव को क्षत-विक्षत कर बोरे में बंद कर मकान के पीछे एक खाली प्लॉट में फेंक दिया था।
बीते रविवार को कोतवाली क्षेत्र के गांव धावनी हसनपुर निवासी दानिश अली की साढ़े तीन साल की बेटी अनायजा रहस्यमय ढंग से लापता हो गई थी। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने टीम गठित करके मासूम की तलाश शुरू कर दी थी। लेकिन काफी खोजबीन के बाद भी मासूम का दो दिन तक कहीं कुछ पता नहीं चल पाया था। इसी बीच मंगलवार की सुबह एक खाली प्लॉट में अनायजा का शव एक बोरे में लिपटा मिलने पर हड़कंप मच गया था। प्रभारी निरीक्षक बलवान सिंह भी भारी पुलिसबल के साथ गांव पहुंचे थे। बच्ची की बेरहमी से हत्या की गई थी। बच्ची का क्षत-विक्षत शव में बंद था और दोनों पैर कटे हुए थे। परिजनों के शक पर पुलिस ने गांव के ही एक ही परिवार के पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी थी। बुधवार को पुलिस ने घटना का पर्दाफाश करते हुए आरोपी गांव की ही एक युवती फरानाज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि युवती का बच्ची के पिता के साथ प्रेम- प्रसंग चल रहा था। युवती बच्ची और उसकी मां से नफरत करती थी। इसी के चलते ने उसने हत्याकांड को अंजाम दिया।
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प्रभारी निरीक्षक बलवान सिंह ने बताया कि मासूम बच्ची के पिता दानिश अली का मोहल्ले में ही रहने वाली बीस वर्षीय युवती फरानाज के साथ काफी समय से प्रेम-प्रंसग चल रहा था। लेकिन दानिश ने उसके साथ विवाह नहीं कर रहा था। जिसकी वजह से युवती दानिश अली और उसके परिवार से द्वेष की भावना रखने लगी थी। युवती ने प्रेम प्रंसग के चलते मासूम की मां के साथ भी फोन पर भी काफी झगड़ा किया था। इसी भावना को अंजाम देने के लिए उसने मौका पाकर चुपके से रविवार को मासूम को अगवा कर लिया था। साथ ही घर में कोई व्यक्ति न होने पर उसने मासूम का गला घोंटकर हत्या कर डाली थी। इसके अलावा उसने रात्रि में मासूम के शव को मकान की छत पर चढ़कर उसे मकान के पीछे एक खाली प्लाट में फेंक दिया था। ताकि मकान के पीछे लगे कूड़े के ढेर में कोई व्यक्ति उसे न पहचान सके और उसे जंगली जानवर खा जाएं। मगर वहां आते जाते समय लोगों ने मासूम के शव को देख लिया और इसकी सूचना परिजनों व पुलिस को दी। कहा कि आरोपी युवती के विरुद्ध दर्ज मुकदमें के अंतर्गत उसका चालान कर दिया गया है। जबकि उसके परिवार के चार सदस्यों को निर्दोष देखते हुए छोड़ दिया गया है।