कन्नौज। मेडिकल जांच में सामने आया है कि पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव (Nawab Singh Yadav) ने किशोरी से दुष्कर्म किया था। किशोरी ने अपने बयान में भी यह बात कही है। सपा ने नवाब सिंह से पल्ला झाड़ लिया है, पर लोकसभा चुनाव के दौरान जनसभा में वह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ मंच पर मौजूद था। भाजपा अब सपा पर हमलावर हो गई है।
कानपुर में मंगलवार को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पकड़े गए लोगों से अखिलेश यादव के रिश्ते जगजाहिर हैं। अब वह चाहे जो कुछ कहते रहें।
सुब्रत पाठक ने पूछे सवाल
भाजपा के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक ने कहा कि अखिलेश को बताना चाहिए कि नवाब किसका आदमी है। वह सपा में नहीं था तो अखिलेश की रैली के मंच पर क्या कर रहा था। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी का राजनीतिक डीएनए ही अपराध और अपराधी का साथ देना है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की चुप्पी पर भी उन्होंने सवाल उठाया।
सपा जिलाध्यक्ष कलीम खान ने बताया कि कांग्रेस व आप नेताओं के साथ नवाब सिंह मंच पर गए थे। उनसे नाराजगी भी जताई गई थी।
तिर्वा क्षेत्र की रहने वाली किशोरी ने रविवार रात करीब डेढ़ बजे पुलिस को सूचना दी थी कि चौधरी चंदन सिंह महाविद्यालय में वह अपनी बुआ के साथ है। कॉलेज के प्रबंधक नवाब सिंह यादव ने उससे दुष्कर्म का प्रयास किया। पुलिस ने रात में ही नवाब को गिरफ्तार कर लिया। सोमवार सुबह उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था।
एसपी ने की दुष्कर्म की पुष्टी
समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार एसपी अमित आनंद ने बताया कि मेडिकल जांच में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। नवाब सिंह पर दुष्कर्म की धारा भी बढ़ा दी गई है। सोमवार को उस पर पाक्सो एक्ट और छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज किया गया था। किशोरी की बुआ को भी मुकदमें में नामजद किया गया है।
वहीं बुआ ने कहा कि यह सपा के कुछ नेताओं का खेल है। नवाब सिंह के सपा नेता होने की बात सामने आने पर जिलाध्यक्ष ने सोमवार को बताया था कि उन्हें पांच वर्ष पहले ही पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।
अखिलेश-राहुल के साथ मंच पर मौजूद था नवाब
मंगलवार को भाजपा नेताओं ने 10 मई 2024 को अखिलेश व राहुल की जनसभा में नवाब सिंह के मंच पर मौजूद होने की फोटो प्रसारित कर दी। भाजपा के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक ने प्रेस वार्ता कर बताया कि जिस महाविद्यालय में घटना हुई, उसका उद्घाटन अखिलेश यादव ने किया था। उनके शासनकाल में नवाब को मिनी मुख्यमंत्री का दर्जा मिला था। डिंपल यादव को निर्विरोध चुनाव जिताने में नवाब का पूरा सहयोग रहा था।