यह खबर नोएडा, ग्रेटर नोएडा तथा यमुना सिटी के नागरिकों के काम की खबर है। खबर यह है कि बहुत ही जल्दी नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा में प्रोपर्टी महंगी होने वाली है। नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा ही क्या नोएडा का जिला प्रशासन पूरे गौतमबुद्धनगर जिले में सर्किल रेट बढ़ाने वाला है। सर्किल रेट बढ़ने से सभी प्रकार की प्रोपर्टी की रजिस्ट्री कराना 20 से 25 प्रतिशत तक महंगा हो जाएगा। नोएडा (गौतमबुद्धनगर) के जिला प्रशासन ने सर्किल रेट बढ़ाने की पूरी तैयारी कर ली है।
जल्दी ही महंगी हो जाएगी प्रोपर्टी की रजिस्ट्री
नोएडा के जिला प्रशासन के सूत्रों ने खबर दी है कि अगले डेढ़-महीने में जिला प्रशासन सर्किल रेट की बढ़ी हुई दरें लागू करने की तैयारी कर रहा है। जानकारी के मुताबिक, प्रशासन की तैयारी सर्कल रेट में 20-25 प्रतिशत तक बढ़ोतरी करने की है। इस वजह से दो महीने बाद फ्लैट की रजिस्ट्री का स्टांप खर्च महंगा हो जाएगा और आपका ज्यादा पैसा खर्च होगा। जिला प्रशासन ने नोएडा अथॉरिटी, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी और यमुना अथॉरिटी तीनों से उनके जमीन आवंटन की दरें और किसानों से जमीन अधिग्रहण के दौरान उन्हें दिए जाने वाले मुआवजे की दरों की रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट आने के बाद जिला प्रशासन सर्किल रेट को लेकर मीटिंग रखने जा रहा है। इस मीटिंग में बढ़े हुए सर्किल रेट की दरों का ड्राफ्ट रखा जाएगा।
नौ साल से नहीं बढ़ा सर्किल रेट
2015 में जिले में आखिरी बार सर्किल रेट की दरों में बढ़ोतरी की गई थी। इसके बाद से सर्कल रेट की दरें नहीं बढ़ी हैं। 2022 में सर्कल रेट की दरों को तीनों अथॉरिटी के मार्केट रेट की दरों के बराबर करने का प्रस्ताव जिला प्रशासन ने तैयार किया था लेकिन उस प्रस्ताव के अनुसार कई एरिया में 75 प्रतिशत तक सर्कल रेट की बढ़ोतरी हो रही थी। उस प्रस्ताव का लोगों ने काफी विरोध किया। बात शासन तक पहुंची जिसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए शासन स्तर से उस प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया, लेकिन इस बार जिला प्रशासन की टीम ने ग्राउंड स्तर पर जाकर सर्वे किया है। ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार सर्कल रेट बढ़ेंगे।
2019 में सर्कल रेट की दरों में बदलाव हुआ था, हालांकि तब भी सर्कल रेट बढ़ा नहीं था, बल्कि कई एरिया में इसकी दरों में कटौती की गई थी। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना तीनों अथॉरिटी के एरिया में अमिताभ कांत पॉलिसी के तहत अगले एक साल में 63 हजार फ्लैट बायर्स की रजिस्ट्री होने का रास्ता साफ हो गया है। वहीं इस बार अप्रैल से लेकर अब तक करीब 7 हजार फ्लैटों की रजिस्ट्री होने का रेकार्ड है जोकि पिछले कई सालों के बाद इतने फ्लैटों की रजिस्ट्री होने का काम हुआ है। एक तरफ सालों से रजिस्ट्री का इंतजार कर रहे फ्लैट बार्स की रजिस्ट्री होने की अच्छी खबर है। साथ ही रजिस्ट्री महंगी भी हो जाएगी। उदाहरण-यदि किसी का 1000 स्क्वायर फुट का फ्लैट है और उस एरिया का सर्कल रेट 6 हजार है तो उसका स्टांप खर्च अभी के हिसाब से तीन लाख होगा। 25 प्रतिशत तक यदि बढ़ जाता है तो यह खर्च 75 हजार और बढ़ जाएगा।
फ्लैट बायर्स को होगा घाटा
आपको बता दें कि नोएडा प्राधिकरण, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण तथा यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण अपना लैंड बैंक बढ़ा रहे हैं। किसानों की जमीन का अधिग्रहण करते समय जिला प्रशासन उस एरिया के सर्कल रेट के दोगुना रेट के हिसाब से मुआवजा किसानों को देता है। कई सालों से किसान इस दर को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। अब फ्लैट बायर्स की रजिस्ट्री का मौका देखते हुए जिला प्रशासन सर्कल रेट में बढ़ोतरी करने जा रहा है ताकि किसानों से जमीन लेते समय यदि ज्यादा मुआवजा देना पड़ेगा तो उसकी भरपाई फ्लैट बायर्स की रजिस्ट्री से आने वाले स्टांप रेवेन्यू से हो जाए।