जल्द ही भगोड़े ‘किंगफिशर एयरलाइंस’ के पूर्व प्रवर्तक विजय माल्या, हीरा कारोबारी नीरव मोदी और हथियार डीलर संजय भंडारी के अलावा पंजाब के अलगाववादियों और आतंकवादियों से सहानुभूति रखने वाले वांछितों की भारत वापसी हो सकती है। यानी उनका प्रत्यर्पण हो सकता है। इस वक्त भारत के कई भगोड़े ब्रिटेन में हैं और केंद्रीय एजेंसी उनके प्रत्यर्पण की कोशिश कर रही हैं। इसी सिलसिले में भारत और ब्रिटेन ने आपसी कानूनी सहायता संधि के तहत कार्रवाई में तेजी लाने और भगोड़ों से संबंधित प्रत्यर्पण अनुरोधों को प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर सोमवार को चर्चा की।
ब्रिटेन के एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल की सोमवार को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) मुख्यालय की यात्रा के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा की गई। इस प्रतिनिधिमंडल में इंटरपोल महासचिव पद के लिए ब्रिटेन के उम्मीदवार स्टीफन कवानाघ भी शामिल थे। सीबीआई निदेशक प्रवीण सूद और एजेंसी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने ब्रिटेन के साथ संचालनात्मक सहयोग बढ़ाने के बारे में कवानाघ के साथ विस्तृत चर्चा की।
सीबीआई प्रवक्ता ने एक बयान में बताया कि दोनों पक्षों ने आपराधिक खुफिया जानकारी साझा करने और वित्तीय अपराधों, संगठित अपराध, आतंकवाद, साइबर अपराध और अन्य अंतरराष्ट्रीय खतरों से निपटने सहित कई मुद्दों पर चर्चा की। इसमें कहा गया कि वे सहयोग को बढ़ाने के लिए भविष्य में संवाद और सहयोगात्मक पहल की आशा करते हैं।
बयान में बताया गया कि प्रतिनिधिमंडल में भारत में ब्रिटेन की कार्यवाहक उच्चायुक्त क्रिस्टीना स्कॉट, ब्रिटेन की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी के प्रतिनिधि रॉबर्ट होल्नेस और ब्रिटेन के गृह कार्यालय से सोरेल इवांस भी शामिल थीं। अधिकारियों ने वित्तीय अपराधों, संगठित अपराध, आतंकवाद, साइबर अपराध और अन्य अंतरराष्ट्रीय खतरों से निपटने के लिए खुफिया जानकारी साझा करने और एक-दूसरे के प्रयासों में सहयोग करने पर चर्चा की।
एजेंसी ने कहा, ‘‘दोनों पक्षों ने इंटरपोल माध्यमों सहित समन्वित और प्रभावी तरीकों से वैश्विक अपराध संबंधी खतरों से निपटने की प्रतिबद्धता साझा की।’’ सीबीआई ने कहा कि यह यात्रा अंतरराष्ट्रीय अपराध से निपटने में ब्रिटेन और भारत के बीच अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
बयान में कहा गया, ‘‘द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने, पारस्परिक कानूनी सहायता में तेजी लाने और भगोड़ों से संबंधित प्रत्यर्पण अनुरोधों को प्राथमिकता देने की आवश्यकता सहित सुरक्षा संबंधी आम चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए मिलकर काम करने की बात दोहराई गई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत के दौरान स्टीफन कवानाघ ने मूल्यवान साझेदारी और सहयोग की भावना के लिए सीबीआई को धन्यवाद दिया और सहयोग बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।’’ प्रवक्ता ने कहा, ‘‘प्रवीण सूद ने स्टीफन कवानाघ का स्वागत किया और उनकी यात्रा के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।’’