देहरादून (उत्तराखंड): धारा 370 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद देश की बहुसंख्य जनता इस निर्णय की सराहना कर रही है. उत्तराखंड कांग्रेस के दिग्गज हरीश रावत ने इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए सुप्रीम कोर्ट को थैंक्यू कहा है. हरीश रावत अब पीओके यानी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को भी भारत में लाना चाहते हैं. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री का कहना है कि पीओके अब आखिरी कांट रह गया है.
पीओके वापस चाहते हैं हरीश रावत: हरीश रावत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा- ‘थैंक्यू सुप्रीम कोर्ट! एक और कटु प्रसंग का सर्व स्वीकार्य समाधान निकला. धारा 370 जिस समय लागू की गई, उस समय भूल नहीं एक ऐतिहासिक आवश्यकता थी. पाकिस्तान के आक्रामक रवैये और कुछ वैश्विक शक्तियों के षड़यंत्र का मुकाबला करने के लिए कश्मीर की जनता को विश्वास में लेने के लिए धारा 370 लागू की गई. समय के साथ हर सरकार ने धारा 370 के प्राविधानों को हल्का किया.’
‘अब समय आ गया था माननीय सुप्रीम कोर्ट ने एक सर्व स्वीकार्य समाधान निकाल दिया. हमारा मानना है कि अब धारा 370 का प्रसंग अंतिम रूप से समाप्त हो गया है. POK (Pakistan Occupied Kashmir) एक अंतिम कांटा है और संसद का संकल्प भी है कि पीओके भारत का हिस्सा है. आज मौका है, पाकिस्तान सातवें, आठवें, नौवें दशक का पाकिस्तान नहीं है, आज आर्थिक रूप से विपन्न, टूटा हुआ, बटा हुआ पाकिस्तान है. पीओके में भी असंतोष है. इस कांटे को भी सरकार निकाले, देश साथ है.’
धारा 370 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसला का किया स्वागत: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं इसलिए वो हमेशा चर्चाओं में रहते हैं. कभी हरीश रावत सड़क किनारे दुकान में जलेबी तलते मिल जाते हैं. कभी चाय की दुकान पर चाय बनाते उनकी तस्वीरें सुर्खियां बनती हैं. अब धारा 370 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की सराहना ने हरीश रावत को फिर चर्चा में ला दिया है. इससे भी बड़ी बात ये है कि हरीश रावत केंद्र की मोदी सरकार से पीओके को वापस भारत में लाने की अपील कर रहे हैं. इसके लिए वो पूरे देश के सरकार के साथ होने की बात भी कह रहे हैं.
पाकिस्तान ने 1947 में किया था कश्मीर के हिस्से पर कब्जा: 1947 में जब देश का बंटवारा हुआ और एक हिस्से का नाम पाकिस्तान हुआ तो उस दौरान की अव्यवस्था का फायदा उठाते हुए पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर पर हमला कर दिया था. तब पाकिस्तान ने कश्मीर के एक बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया था. पाकिस्तान के कब्जे वाले उसी हिस्से को पीओके यानी Pakistan Occupied Kashmir कहा जाता है. हरीश रावत का कहना है कि संसद का संकल्प है कि पीओके भारत का हिस्सा है. उन्होंने आज कंगाल पाकिस्तान के हालात का फायदा उठाते हुए पीओके वापस लेने की बात कही है.