ग्रेटर नोएडा। जिला न्यायालय के आदेश पर पंचशील बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक सहित सात के खिलाफ थाना बीटा-2 में धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है। बिल्डर पर अलग-अलग प्रोजेक्ट में फ्लैट बुक करने की एवज में करोड़ों रुपए का भुगतान किया गया और तय समय के बाद भी बिल्डर ने निवेशक को फ्लैट मुहैया नहीं कराया। जिसके बाद पीड़ित ने अदालत से न्याय की गुहार लगाई। अब अदालत के आदेश पर बिल्डर सहित सात लोगो के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है।
एडिशनल डीसीपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि जिला न्यायालय के आदेश पर पंचशील बिल्डर के निदेशक सहित सात पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है। अदालत के आदेश पर सात आरोपियों पर आईपीसी की धारा 420, 406, 467, 468, 471, 504 और 506 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
फ्लैट बुक करने के बाद भी नहीं दिया कब्जा
पीड़ित अंकुश कादयान ने जिला न्यायालय में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि वर्ष 2018 व 2019 में पंचशील बिल्डर के प्रोजेक्ट में अलग-अलग 6 फ्लैट बुक किए थे। फ्लैट बुक करने के एवज में बिल्डर को कई बार में तीन करोड़ रुपए अलग-अलग मद में दिए। जिसके बाद बिल्डर ने बुक किए गए फ्लैट का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया और उस रकम को अन्य यूनिट में समायोजित कर दिया। इसके बाद भी फ्लैटों के लिए दिए गए रुपयों में अंकुश के लगभग 3 करोड रुपए बकाया है।
रुपये माँगने पर बिल्डर ने की अभद्रता
पीड़ित ने जब बिल्डर के पास जाकर अपनी रकम मांगी तो बिल्डर के द्वारा उसके साथ अभद्रता की गई और उसको साइड से धमका कर भगा दिया गया। जिसके बाद पीड़ित ने जिला न्यायालय से न्याय की गुहार लगाई।
निदेशक सहित साथ पर हुआ मामला दर्ज
पीड़ित की शिकायत पर जिला न्यायालय ने पंचशील बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड के निर्देशक अशोक चौधरी,अनुज चौधरी, राहुल सिंह, सोनिया लकरा, अशोक कुमार, सुनीता चौधरी व शंकर रामा चरण भारद्वाज के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। जिस पर थाना बीटा-2 पुलिस ने धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है