उत्तर प्रदेश पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक को लेकर हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. सोशल मीडिया पर हर दिन अभ्यर्थी पेपर लीक पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस भार्ती व प्रोन्नति बोर्ड (UPPRPB) ने अभ्यर्थियों से पेपर लीक की शिकायतों पर सबूत के साथ आपत्तियां मांगे थे. इसके बाद बोर्ड को अब तक लगभग डेढ़ हजार प्रत्यावेदन मिले हैं.
बता दें कि भर्ती बोर्ड ने शुक्रवार की शाम 6:00 बजे तक अभ्यर्थियों की शिकायतों को लेकर सबूतों को साबित करने वाली आपत्तियां, प्रत्यावेदन (Representation) मांगे थे. इस पर बोर्ड को लगभग डेढ़ हजार शिकायतें भर्ती बोर्ड को ऑनलाइन प्राप्त हुई हैं.
वो तर्क जिसके आधार पर अभ्यर्थियों को है पेपर लीक का अंदेशा
अभ्यर्थियों का कहना है कि दो दिन की चार पाली में हुई इस भर्ती परीक्षा में 17 और 18 फरवरी की दूसरी शिफ्ट का पेपर लीक हुआ है. 18 फरवरी की शाम 3 से 5 की पाली में हुए प्रश्न पत्र तमाम अभ्यर्थियों के पास और कोचिंग टीचर्स के पास पहले ही पहुंच गए थे. जिसे लेकर शिक्षकों ने सोशल मीडिया पर उसी समय पोस्ट भी लिखी कि पेपर लीक होने की बाते सामने आ रही है.
सुबह 8:00 बजे से सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल होने लगा. वायरल पोस्ट के बाद जब पहली पाली का पेपर (10 बजे से 12 बजे) खत्म हुआ और उस पाली का पेपर वायरल हुए पेपर से नहीं मिला तो बच्चों ने भी चैन की सांस ली कि यह किसी ने फर्जी पेपर वायरल किया है, पेपर लीक नहीं हुआ है. लेकिन 18 फरवरी की शाम को जब दूसरी पाली में 3 से 5 बजे की पाली का पेपर हुआ, पेपर देकर बच्चे आए और जब मिलान किया गया तो वह पेपर हू बहू वही था जो सुबह 8:00 बजे के लगभग टेलीग्राम पर वायरल हुआ था और X पोस्ट पर जिसके वायरल होने की आशंका जताई गई थी.