उत्तर प्रदेश में ‘ऑपरेशन त्रिनेत्र’ (Operation Trinetra) अपराधियों का काल बन गया है. पुलिस ने वारदात के 24-36 घंटों में लूट, चोरी, रेप, अपहरण और हत्या जैसे संगीन मामलों का खुलासा कर दिया. बता दें कि अपराध पर अंकुश लगाने के मकसद से उत्तर प्रदेश पुलिस ऑपरेशन त्रिनेत्र चला रही है. स्पेशल ऑपरेशन के तहत पूरे राज्य में सीसीटीवी कैमरों का जाल बिछाना है. अब तक 3.50 लाख सीसीटीवी कैमरे संवेदनशील जगहों पर लगाए गए हैं. पुलिस महानिदेशक विजय कुमार (DGP Vijay Kumar) ऑपरेशन की सफलता से काफी खुश हैं. उन्होंने कहा कि पिछले चंद दिनों में तीसरी आंख की मदद से अपराधियों तक पुलिस पहुंचने में कामयाब रही.
अपराधियों के काल बन रहे सीसीटीवी कैमरे
सीसीटीवी फुटेज की मदद से 24-36 घंटों में कई आपराधिक घटनाओं का खुलासा किया गया. पुलिस ने तीसरी आंख की मदद से अपराधियों को धर दबोचा. उन्होंने कहा कि वारदात कैमरे में कैद होने पर पुलिस के लिए अपराधियों को पकड़ना ज्यादा आसान हो जाता है. ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत थानों, ढाबों, बाजारों, स्कूल-कॉलेज, पेट्रोल पंप और संवदेनशील जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की कवायद की जा रही है. पुलिस महानिदेशक ने कहा कि कैमरे 24 घंटे ड्यूटी करते हैं.
डीजीपी ने की ‘ऑपरेशन त्रिनेत्र’ की सराहना
अपराधियों पर तीसरी आंख की पैनी नजर होने से बहुत हद तक अपराध को काबू करने में मदद मिलती है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश पुलिस का ऑपरेशन त्रिनेत्र 10 जुलाई 2023 से शुरू हुआ था. सीसीटीवी कैमरों की मॉनिटरिंग क्षेत्रीय थानों से की जाती है. वारदात का फुटेज कैमरे में कैद होने पर पुलिस सक्रियता से कार्रवाई करती है. लोगों की सुरक्षा के लिए की जा रही कवायद से जाहिर है अब अपराधियों का बच पाना मुश्किल होगा. सीसीटीवी कैमरे अपराधियों को पकड़वाने में अहम भूमिका अदा कर रहे हैं.