संचार न्यूज़। सरिया स्क्रैप माफिया रवि नागर उर्फ़ रवि काना गिरोह के खिलाफ पुलिस कमिश्नर गौतम बुद्ध नगर का शिकंजा लगातार बढ़ता जा रहा है। थाना बीटा दो पुलिस ने इस गिरोह के दो सदस्यों को पी3 गोल चक्कर के पास से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी गैंगस्टर एक्ट के मामले में फरार चल रहे थे। इस गिरोह के सरगना रवि काना सहित 10 आरोपी अभी भी फरार है जिनके तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
दरअसल, गौतम बुध नगर में सरिया व स्क्रैप माफिया रवि कान्हा उर्फ रवि नागर अपनी कंपनी व अपने सहयोगियों की बेनामी कंपनियां के नाम स्क्रैप के ठेके बाजार रेट से 10% कम कीमत पर लेते थे इसके साथ ही अन्य व्यापारियों को स्क्रैप के टेंडर नहीं डालने देते थे। रवि काना की कंपनी प्राइम प्रोसिंग टूल्स प्राइवेट लिमिटेड ने पिछले कई वर्षों में करोड़ रुपए की संपत्ति अर्जित की है इसके साथ ही निर्माणाधीन साइटों पर जाने वाले सरिया के ट्रैकों से उसके चालक और परिचालक को डरा धमका कर सरिया उतरवा लेते थे और उसके बाद कंपनी साइट पर जाकर वहां इंजीनियर से जबरन पूरे माल पर साइन करा कर सरिया का अवैध कारोबार करते थे।
थाना बीटा दो प्रभारी मुनेंद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि सरिया और स्क्रैप माफिया रवि काना गैंग के दो शातिर बदमाशों को थाना बीटा दो पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया है दोनों बदमाशों को पुलिस ने P3 गोल चक्कर के पास से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपी राशिद अली हापुड़ व अफसर अली बुलन्दशहर के रहने वाले है जो शातिर किस्म के स्क्रैप माफिया हैं जिनका गैंग लीडर रवि काना उर्फ रविंद्र नागर उर्फ रवि नागर है। आरोपी राशिद अली और अफसर अली अपनी पहचान छुपा कर गैंग लीडर रवि काना के लिए अवैध माल स्क्रैप को ट्रैकों से एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचने का कार्य करते है।
थाना प्रभारी ने बताया कि राशिद अली और अफसर अली का नाम उन 16 आरोपियों में शामिल है जिनके खिलाफ थाना बीटा दो में गैंगस्टर एक्ट में मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने कार्यवाही करते हुए इस गिरोह के अनिल, राजकुमार नागर, विकास नागर और आजाद नगर को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।