नेहरू कॉलोनी थाने में तैनात सिपाही जगमोहन पंवार की डेंगू से मौत हो गई। उनका इलाज हरिद्वार बाईपास स्थित एक निजी अस्पताल में चल रहा था। पुलिस कप्तान डीआईजी दलीप सिंह कुंवर और अन्य अधिकारियों ने पंवार के आवास पर पहुंचकर उनके शव पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। जगमोहन पंवार का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
दिवंगत सिपाही जगमोहन पंवार वर्ष 2007 में उत्तराखंड पुलिस में भर्ती हुए थे। वह मूल रूप से उत्तरकाशी के ब्रह्मखाल के रहने वाले थे और वर्तमान में दीपनगर में परिवार के संग रहते थे। कुछ दिनों पहले उन्हें अचानक तेज बुखार आया। इसके बाद उनका टेस्ट कराया गया तो डेंगू की पुष्टि हुई। इस पर उन्हें हरिद्वार बाईपास स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
यहां कई दिनों तक उनका इलाज चला, लेकिन शनिवार रात अचानक उनकी तबीयत और बिगड़ गई। कुछ देर बाद उनका अस्पताल में ही निधन हो गया। पंवार के निधन के बाद दीपनगर स्थित उनके आवास पर पुलिस अधिकारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। कनिष्क अस्पताल के एमएस डाॅ. संदीप राजबहादुर ने सिपाही के डेंगू पॉजिटिव होने की पुष्टि की है
उधर, डेंगू के नोडल एसीएमओ डॉ. सीएस रावत ने बताया कि सिपाही को डेंगू संदिग्ध बताया जा रहा है। हालांकि, जब तक हम रिपोर्ट नहीं देखते तब तक इस बात की पुष्टि नहीं की जा सकती। अस्पताल प्रशासन ने सोमवार को जानकारी उपलब्ध कराने को कहा है। इसके बाद ही यह पुष्टि हो पाएगी कि मरीज डेंगू पॉजिटिव था या उसे कोई और समस्या थी।
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150 मरीजों की हुई एलाइजा जांच
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 150 मरीजों की एलाइजा जांच हुई। हालांकि, इनमें किसी की भी रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई। जिले में डेंगू के 186 मरीजों में से 158 ठीक हो चुके हैं। 28 मरीजों का इलाज चल रहा है।