संचार न्यूज़। ग्रेटर नोएडा के दनकौर में हुए दौहरे हत्याकांड का रविवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया है । बेटे ने ही विवाद के चलते ही पिता की हत्या की थी जबकि एक अन्य व्यक्ति रिश्ते के बाबा को भी बेवजह मौत के घाट उतार दिया था। पुलिस ने हत्या में प्रयोग किया गया फावड़ा व अन्य सामान बरामद कर लिया है वहीं आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है।
दरअसल, दनकौर थाना क्षेत्र के बालू खेड़ा गांव में बीते 7 सितंबर को गांव के बाहर घेर में सो रहे वीर विक्रमाजीत राव व रामकुमार पर हावड़ा से जानलेवा हमला किया गया था। जिसमें रामकुमार की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि राव विक्रमाजीत राव को गंभीर रूप से घायल हो गया था जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी। पुलिस ने दोहरे हत्याकांड का खुलासा करते हुए इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस, मैन्युअल इंटेलिजेंट और तकनीकी साक्ष्यों की मदद से मृतक वीर विक्रमाजीत राव के बड़े बेटे जैसमीन को गिरफ्तार किया है।
एडिशनल डीसीपी ग्रेटर नोएडा अशोक कुमार ने बताया कि 7 सितंबर को दनकौर थाना क्षेत्र के बालू खेड़ा गांव में घेर में सो रहे वीर विक्रमाजीत राव व रामकुमार पर जानलेवा हमला किया गया था। जिसमें रामकुमार की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि वीर विक्रमाजीत राव की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए वीर विक्रमाजीत राव के बड़े बेटे जैसमीन (21 वर्ष) को गिरफ्तार किया है। वहीं घटना में आलाकत्ल फावड़ा व बसूली (छोटी हथौड़ी) सहित हत्या में प्रयोग किये गए कपड़ो को बरामद कर लिया है।
पारिवारिक विवाद बना हत्या का कारण
एडीसीपी ने बताया कि जेसमीन द्वारा दोहरे हत्याकांड को अकेले अंजाम दिए जाने की बात का इकबाल करते हुए बताया गया कि वह उसका परिवार व अपने पिता वीर विक्रमाजीत राव के साथ नोएडा में रहता था। जहां पर उनके पिता द्वारा उनकी माँ को प्रतादित्य परेशान किया जाता था। जिसके पश्चात उसकी माँ बच्चों को लेकर बल्लू खेड़ा गांव चली गई जहां पर दादी दादा द्वारा गांव में रहने के लिए मकान दे दिया गया। आरोपी जेसमीन ने बताया कि वह अपनी माँ व बहन के साथ गांव में रहने लगा। उसके पिता वीर विक्रमाजीत राव परिवार से अलग नोएडा में रहते थे दोनों पति-पत्नी के बीच आपसी विवाद के कारण तलाक की प्रक्रिया चल रही थी।
प्रोपर्टी को लेकर बेटे ने की पिता सहित दो की हत्या
गिरफ्तार आरोपी जेसमीन ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसके पिता वीर विक्रमाजीत राव कहानियां लिखते थे और अभी लगभग डेढ़ – दो महीने से उन कहानियों पर शॉर्ट फिल्म बनाने के लिए गांव में पड़े अपने पैतृक घर में छोटे फिल्म स्टूडियो का निर्माण कर रहे थे। जिसके लिए उनके द्वारा टप्पल अलीगढ़ स्थित अपनी जमीन बेची गई थी और जमीन से प्राप्त रुपयों को स्टूडियो बनाने में व घर में प्रयोग ने करके इधर-उधर खर्च किया जा रहा था। बीते रक्षाबंधन के दिन बंटवारे और इन सभी बातों को लेकर पिता वीर विक्रमाजीत राव का जेसमीन व उसकी माता से विवाद हुआ था। जिसके चलते उसने 7 सितंबर को निर्माणाधीन फिल्म स्टूडियो में सो रहे अपने पिता वीर विक्रमाजीत राव पर जानलेवा हमला किया इसी दौरान पास में सो रहे रिश्ते में बाबा लगने वाले रामकुमार की आंख खुल गई इसी के चलते आरोपी ने रामकुमार की भी फावड़े व बसूली से हत्या कर दी और मौके से फरार हो गया।