नई दिल्ली। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव और इस साल के अंत तक होने वाले पांच विधानसभा चुनावों से पहले निर्वाचन आयोग ने देशभर में चरणबद्ध तरीके से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) तथा पेपरट्रेल मशीन की ‘प्राथमिक स्तर की जांच’ शुरू कर दी है। सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
सूत्रों के मुताबिक, प्राथमिक स्तर के निरीक्षण में ‘मॉक’ मतदान शामिल है। निर्वाचन आयोग के एक पदाधिकारी ने बताया,
यह पूरे भारत में की जाने वाली कवायद है। देशभर में चरणबद्ध तरीके से प्राथमिक स्तर का निरीक्षण (FLC) कराया जाएगा, जिसमें केरल की सभी लोकसभाएं भी शामिल हैं।
वायनाड में भी हुआ मॉक मतदान
वह केरल के वायनाड लोकसभा क्षेत्र में हो रहे ‘मॉक’ मतदान पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस लोकसभा का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, लेकिन सूरत की एक अदालत द्वारा एक आपराधिक मानहानि के मामले में दोषी करार दिये जाने के बाद उन्हें सदस्यता से अयोग्य करार दिया गया था।
पदाधिकारी ने बताया कि निर्वाचन आयोग इस तरह के अभ्यास के लिए एक कैलेंडर जारी करता है और राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों द्वारा पालन किए जाने वाले स्थायी निर्देश हैं।
किन राज्यों में होने वाले हैं चुनाव?
पदाधिकारी ने बताया कि एफएलसी राजस्थान, मिजोरम, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मध्य प्रदेश विधानसभा और संसदीय सीटों पर भी होंगे, जहां उपचुनाव होने हैं। इस समय वायनाड, महाराष्ट्र की पुणे और चंद्रपुर, उत्तर प्रदेश की गाजीपुर और हरियाणा की अंबाला लोकसभा सीट खाली हैं।