ग्रेटर नोएडा: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा और आसपास के इलाकों में दहशत फैलाने वाले बदमाशों पर त्वरित कार्रवाई की योजना पर कार्य किया जाना है। इसके लिए योजना को तैयार कर लिया गया है। अपराधियों के अर्थ तंत्र पर प्रहार कर सरकार उनकी कमर तोड़ने की योजना पर काम कर रही है। इसके लिए अपराधियों की सूची तैयार की जा चुकी है। इस लिस्ट में पहला नाम कुख्यात रणदीप भाटी के भांजे अमित कसाना का है। अमित कसाना पिछले कुछ समय से लगातार पुलिस के निशाने पर बना हुआ है। अब उसकी संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई को पूरा कराया जाना है। अमित के अलावा मोहित गोयल, अनिल राणा, दीपक कुमार, वसीम, अमित उर्फ बिल्लौरी और उमेश गुप्ता की संपत्ति को जब्त करने की तैयारी की गई है।
अमित कसाना रिठौरी गैंग का माफिया रहा है। उसे पिछले साल गौतमबुद्धनगर कोर्ट ने सजा सुनाई थी। अमित कसाना मूल रूप से गाजियाबाद जिले के लोनी थाना क्षेत्र के विस्तार गांव का रहने वाला है। वह बचपन से दादरी कोतवाली के रिठौरी गांव में अपने मामा के साथ रहता था। इसी दौरान वह आईएस-298 गैंग का सदस्य बना। बाद में इसका लीडर बन गया। 12 जुलाई 2022 को उसे गौतमबुद्धनगर कोर्ट में 6 साल 19 दिन की सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई। उस पर 10 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया। जुर्माना राशि जमा नहीं करने की स्थिति में 3 माह अतिरिक्त सजा का आदेश दिया गया है।
अमित कसाना की पहले ही 7 करोड़ 14 लाख से अधिक की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट कोर्ट ने सातों आरोपियों की 20 करोड़ की संपत्ति जब्त करने का आदेश दिया है। अमित कसाना के अलावा जिन बदमाशों की संपत्तियों को जब्त करने का आदेश हुआ है, उन पर गंभीर आरोप हैं। पुलिस कमिश्नरेट इनकी आर्थिक ताकत को खत्म कर अपराधियों को कमजोर करने की रणनीति पर काम कर रहा है। पुलिस की ओर से रणदीप भाटी के शार्प शूटर योगेश डाबरा की भी संपत्ति को भी पिछले दिनों जब्त किया गया था। कमिश्नरेट कोर्ट ने जिले के 9 बदमाशों को जिला के सीमा क्षेत्र से बाहर जाने का आदेश जारी किया है। जिलाबदर का आदेश जारी कर दिया गया है।