गाजियाबाद। गैंग बनाकर अपराध के जरिये संपत्ति कमाने वाले अपराधियों पर कमिश्नरेट पुलिस का शिकंजा जारी है। लोन माफिया लक्ष्य तंवर और राकेश हलपुरिया की करोड़ों की संपत्ति कुर्क करने के बाद पुलिस ने अब कुख्यात अपराधी और मुरादनगर थाने के हिस्ट्रीशीटर शेखर चौधरी और ब्रजेश उर्फ हनुमान की 29 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। इस संबंध में पुलिस आयुक्त की कोर्ट ने शुक्रवार को आदेश जारी किए हैं। पुलिस जल्द ही दोनों की संपत्तियों को सील करेगी।
पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्र की कोर्ट ने शुक्रवार को अपने फैसले में कहा है कि मुरादनगर थानाक्षेत्र के गांव उखलारसी निवासी शेखर चौधरी और ब्रजेश उर्फ हनुमान अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं। शेखर चौधरी के खिलाफ उत्तर प्रदेश के अलावा दिल्ली और राजस्थान के थानों में धोखाधड़ी, गैंगस्टर, चोरी, शराब तस्करी, साजिश रचने, लूट और अन्य अपराध संबंधी 20 से अधिक मामले दर्ज हैं, जबकि ब्रजेश उर्फ हनुमान के खिलाफ 10 से ज्यादा केस दर्ज मिले हैं। दोनों गिरोह बनाकर अपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर संपत्ति इकट्ठा करते हैं। दोनों के खिलाफ मुरादनगर थाने में गैंगस्टर एक्ट के दो-दो मामले दर्ज हैं। कोर्ट ने चौधरी और ब्रजेश की 29 करोड़ रुपये कीमत की 12 चल-अचल संपत्तियों को कुर्क करने का आदेश दिया है।
अस्पताल और जिम भी होंगे कुर्क
पुलिस आयुक्त की कोर्ट ने शेखर चौधरी और ब्रजेश उर्फ हनुमान की जिन 12 चल-अचल संपत्तियों को कुर्क करने का आदेश दिया है, उनमें अस्पताल और जिम भी शामिल हैं। कुर्क की गईं सभी संपत्तियां मोदीनगर तहसील क्षेत्र में स्थित हैं। इनमें ब्रजेश की मोदीनगर स्थित एक बिल्डिंग है, जिसके बेसमेंट में जिम और भूतल पर अस्पताल संचालित है। आरोपियों की कई बेनामी संपत्तियां भी पुलिस को मिली हैं। जिनपर आरोपियों का कब्जा है। जल्द ही सभी संपत्तियों पर पुलिस सील लगाएगी।
एक महीने में 75 करोड़ की संपत्ति कुर्क की
कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद गाजियाबाद पुलिस ने अपराधियों पर शिकंजा कसा है। इसके तहत अपराध करके कमाई गई करोड़ों की संपत्ति कुर्क की जा रही है। पुलिस के आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2020 से 2022 तक तीन वर्षों में पुलिस ने 58 केसों में 64 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की। वहीं, कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद पुलिस ने 18 अप्रैल से लेकर 19 मई तक गैंगस्टरों की 75 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्तियां कुर्क कर लीं। पुलिस आयुक्त का कहना है कि गिरोह बनाकर अपराध करने वाले अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी।