संचार न्यूज़। ग्रेटर नोएडा दादरी आरपीएफ ने एक अवैध सॉफ्टवेयर के माध्यम से रेलवे टिकटों की कालाबाजारी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह आरोपी बीटेक का स्टूडेंट है। यह करीब 2 वर्षों से टिकटों की कालाबाजारी कर रहा था। यह तत्काल टिकटों को 4 से 10 गुने दामों पर लोगों को बेचा करता था।
दरसअल, आरपीएफ दादरी को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है ।रेलवे पुलिस ने रेलवे को लाखों रुपये का चूना लगाने वाले एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को गिरफ्तार किया है। आरपीएफ दादरी को मुख्यालय प्रयागराज और क्राइम विंग अलीगढ़ से सूचना प्राप्त हुई थी कि एक युवक के द्वारा अवैध सॉफ्टवेयर के द्वारा रेलवे के टिकटों की कालाबाजारी की जा रही है।
इसी सूचना पर आरपीएफ थाना दादरी एवं क्राइम विंग, अलीगढ़ द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए
नोएडा के सेक्टर 73 सरफाबाद नयन टेलीकॉम से इंजीनियर नयन आलम को गिरफ्तार किया।यह नयन टेलीकॉम के नाम से एक शॉप चलाता था। नयन आलम बीटेक फाइनल ईयर का स्टूडेंट है, जो ग्रेटर नोएडा के एक निजी कॉलेज से पढ़ाई कर रहा है। आलम के द्वारा पर्सनल यूजर आईडी से अवैध सॉफ्टवेयर NEXUS की मदद से रेलवे की ई टिकटों का अवैध व्यापार किया जा रहा था।
यह एक अवैध सॉफ्टवेयर NEXUS की मदद से तत्काल / प्रीमियम तत्काल टिकट बनाता था और रेलवे के मूल्य से चार से दस गुना अधिक दाम लेकर ग्राहकों को टिकट बेच दिया करता था । पुलिस ने आरोपी के कब्जे से करीब 31 ई-टिकट बरामद किये है। जिनकी कीमत करीब 70 हजार रुपये है । पुलिस ने आरोपी के कब्जे से कंप्यूटर व अन्य उपकरण, अवैध सॉफ्टवेयर व मोबाइल फोन भी बरामद किया है। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह यह कार्य करीब 2 वर्षों से कर रहा है और लगभग इस तरह से करके वह 15 लाख रुपये से ज्यादा की कमाई भी कर चुका है।
आरपीएफ दादरी के प्रभारी निरीक्षक एस. के. वर्मा ने बताया कि सूचना मिलने के बाद रेलवे के टिकटों की एक अवैध सॉफ्टवेयर से कालाबाजारी करने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर को गिरफ्तार किया गया है। यह अवैध तरीके से रेलवे के टिकटों को 4 गुने से 10 गुने दामों पर बेचा करता था और करीब 2 वर्षों से इस कार्य को कर रहा था। फिलहाल आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।