पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव और देश में हरित क्रांति के जनक डॉ एमएस स्वामीनाथन को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ (मरणोपरांत) से सम्मानित किया जाएगा. शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए यह जानकारी दी. पीएम के इस घोषणा का भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने स्वागत किया है. ‘आजतक’ से बातचीत में टिकैत ने कहा कि फैसला ठीक है. लंबे समय से इसकी डिमांड थी. हालांकि, सियासत पर कटाक्ष करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि भारत रत्न के बदले कहीं वोट तो नहीं मांगा जा रहा. उन्होंने कहा कि सब लोग अपना-अपना दांव चल रहे हैं.
राकेश टिकैत ने एक बार फिर MSP का जिक्र किया. उन्होंने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने की मांग की. किसान नेता ने कहा कि सरकार किसानों के हित में काम करे, हम सरकार को धन्यवाद देंगे. राजनीति से जुड़े सवाल पर टिकैत ने कहा कि हमारी सियासी लोगों से बात नहीं होती है. राकेश टिकैत ने कहा कि 16 फरवरी को किसानों ने भारत बंद का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि चुनाव अभी हुआ नहीं है और भाजपा सीट की घोषणा कर रही है. इसका मतलब शायद चुनाव में कुछ गड़बड़ी होगी. सरकार हमारी मांगे पूरी कर दे हम सरकार को धन्यवाद दे देंगे. जयंत के NDA के साथ गठबंधन की चर्चा पर टिकैत ने कहा कि जिसको जो सही लग रहा है वो कर रहा है. हमें जो सही लगेगा हम करेंगे.
वहीं, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी से पूछा गया, कांग्रेस ने तो अपनी पार्टी के नेता पीवी नरसिम्हा राव को ‘भारत रत्न’ नहीं दिया? इसके जवाब में चौधरी बोले- अरे! तो क्या हुआ, किसी ने तो दिया है. ये सरकार का डिसीजन है.
चौधरी चरण सिंह जी के लिए खुश हैं हम: अखिलेश
इसके अलावा, समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा, ‘बहुत बधाई. चौधरी चरण सिंह जी के लिए खुश हैं. हम बहुत खुश हैं.’ वहीं, रालोद नेता जयंत चौधरी के बीजेपी से गठबंधन पर सपा नेता ने कहा कि अभी जयंत से कोई बात नहीं हुई है. अखबारों से पढ़ रहे हैं. सबको बधाई.
‘दिल जीत लिया’ उधर, PM नरेंद्र मोदी के प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने लिखा- ”दिल जीत लिया.”
आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने मीडिया से चर्चा में कहा, “यह मेरे लिए एक बड़ा दिन और भावनात्मक क्षण है. मैं राष्ट्रपति, केंद्र सरकार और पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं क्योंकि यह उनके दृष्टिकोण का हिस्सा था. तीन पुरस्कार दिए गए हैं. देश की भावनाएं सरकार के इस फैसले से जुड़ी हुई हैं…”