तारीख, 10 सितंबर 2023… जगह उत्तर प्रदेश का नोएडा. यहां सेक्टर-30 में एक D-40 कोठी है. इस कोठी में रहने वाली 61 साल की रेनू सिन्हा जो कि सुप्रीम कोर्ट में वकील थीं, उनकी बहन पिछले दो दिन से फोन कर रही थीं. रेनू ने जब दो दिन तक फोन रिसीव नहीं किया तो उनकी बहन को टेंशन होने लगी.
वो तुरंत पुलिस के पास पहुंचीं. वहां उन्होंने सारी बात उन्हें बताई. रेनू का पति भी फोन नहीं उठा रहा था. पुलिस बिना देर किए रेनू की कोठी पर पहुंची. जब बाथरूम के अंदर देखा तो वहां का मंजर डरा देने वाला था. क्योंकि, रेनू का शव खून से सना हुआ था और आसपास भी खून फैला हुआ था. ये देखते ही घर में चीख-पुकार मच गई. पुलिस भी हैरत में पड़ गई. घटनास्थल पर आला-अधिकारी भी पहुंच गए और छानबीन में जुट गए.
मृतका के परिजनों ने आरोप लगाया कि रेनू के पति द्वारा ही उनपर हमला किया गया है. हत्या के बाद से रेनू का पति फरार था, जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई थी. उसका कहीं पता नहीं चल रहा था. ऐसे में शक की सुई रेनू के पति पर जा रही थी. इसी बीच बीती रात को पुलिस ने उसे पकड़ लिया.
दरअसल, वो कोठी के ही स्टोर रूम में छिपा हुआ था. देर रात 3 बजे पुलिस ने उसे स्टोर रूम से बाहर निकाला. बताया जा रहा है कि आरोपी अजय नाथ हत्या के बाद स्टोर रूम में छिपकर बैठ गया था और 24 घंटे तक वहीं रहा. फिलहाल, पुलिस उसे हिरासत में लेकर मामले की जांच कर रही है. पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं.
चार करोड़ में बेचने जा रहा था कोठी
62 साल के आरोपी अजय नाथ ने बताया कि उसकी बीवी रेनू कैंसर से पीड़ित थी. उसका ट्रीटमेंट भी चल रहा था. जिसके बाद एक महीने पहले ही वो ठीक हुई थी. दोनों के बीच प्रॉपर्टी को लेकर विवाद होने लगा. दरअसल, वह अपनी कोठी को चार करोड़ रुपये में बेचने जा रहा था. कुछ एडवांस भी उसने ले लिया था. लेकिन रेनू उसे कोठी बेचने नहीं दे रही थी. इसी बात से नाराज होकर उसने धारदार हथियार से रेनू की हत्या कर डाली. फिर स्टोर रूप में जाकर छुप गया.
आरोपी ने बताया कि वो पहले इंडियन रेवेन्यू सर्विस अधिकारी था. बाद में उसने जॉब छोड़ दी थी. फिलहाल उससे आगे की पूछताछ जारी है.