कानपुर : जिले के बर्रा थाना क्षेत्र अंतर्गत बीती फरवरी में नर्स की हत्या का पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस का दावा है कि कानपुर पुलिस में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात मनोज ने ही नर्स की हत्या कर दी. नर्स से मनोज के प्रेम संबंध थे. इस घटना का खुलासा पुलिस उपायुक्त दक्षिण ने किया है.
कानपुर साउथ के बर्रा थाना क्षेत्र अंतर्गत फरवरी में हुई नर्स की हत्या का डीसीपी साउथ ने खुलासा किया है. जानकारी देते हुए डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस में हेड कांस्टेबल और पुलिस लाइन में तैनात मनोज ने अपने साथी राहुल के साथ मिलकर एक नर्स शालिनी तिवारी की हत्या कर दी थी. बताया कि आज से करीब 3 साल पहले मनोज थाना बर्रा में पीआरबी में तैनात था, जहां शालिनी तिवारी से इसके संबंध हो गए थे. जिसके बाद शालिनी नजदीकियां बढ़ने के चलते मनोज पर शादी का दबाव बना रही थी. वहीं, मनोज पहले से ही शादीशुदा था और उसके दो बच्चे भी हैं.
डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार ने बताया कि मनोज ने बीती 8 फरवरी को राहुल के साथ मिलकर शालिनी का पहले अपहरण किया, इसके बाद गला दबाकर हत्या कर दी. शव को गाड़ी में डालकर अपने जिला एटा ले गया, क्योंकि मनोज एटा का रहने वाला है. मनोज ने वहीं सूखे कुएं में शालिनी के शव को फेंक दिया और उसका फोन अपने साथी राहुल को दे दिया और उसको अयोध्या जाने को कहा. मनोज ने राहुल से कहा कि अयोध्या जाकर सिम वहीं तोड़ देना. इसके बाद राहुल ने मनोज के कहने पर अयोध्या जाकर शालिनी का सिम तोड़ दिया और मनोज अपनी नौकरी पर वापस आ गया.
डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार ने बताया कि शालिनी अपने परिवार से अलग रहती थी, लेकिन दूसरे या तीसरे दिन घरवालों से फोन पर बात हो जाया करती थी. जब घरवालों से शालिनी की बातचीत नहीं हो पाई तो घरवाले अस्पताल पहुंचे, जहां जानकारी हुई कि पिछले 8-10 दिनों से शालिनी अस्पताल नहीं आ रही है. जिसके बाद पीड़ित परिवार ने थाने में लिखित तहरीर दी. वहीं, पुलिस के द्वारा टीम गठित की गई, लेकिन सफलता हाथ नहीं लग रही थी. जिसके बाद क्राइम ब्रांच, सर्विलांस और थाने की फोर्स ने मिलकर काम किया. पुलिस ने सबसे पहले राहुल को हिरासत में लिया और पूछताछ की. जिसके बाद मनोज को पुलिस ने हिरासत में लिया और डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार के द्वारा सफल अनावरण किया गया और आज दोनों को जेल भेज दिया गया.