इजरायली दूतावास से तकरीबन 250 मीटर दूर नंदा हाउस के सामने 26 दिसंबर की शाम हुए संदिग्ध धमाके के तीन दिन बाद दिल्ली पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है. तुगलक रोड थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है. इस घटना में केंद्रीय एजेंसियां भी शामिल हैं. ब्लास्ट के अगले दिन एनएसजी, एनआईए और दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की टीमें जांच के लिए मौके पर पहुंची थीं और सबूत इकट्ठे किए थे.
एजेंसियों ने मौके से पेड़ पौधों के पत्ते, मिट्टी के सैंपल लिए गए थे. ताकि ये पता लग सके की जिस धमाके की आवाज लोगों ने सुनी, उसे किस विस्फोटक या डिवाइस के जरिए अंजाम दिया गया था. एनएसजी दिल्ली पुलिस को ब्लास्ट सैंपल की रिपोर्ट जल्द सौंप सकती है. दिल्ली पुलिस ने मामले में एफआईआर तो दर्ज कर ली है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि वे अभी तक इस घटना के पीछे के लोगों की पहचान नहीं कर पाए हैं.
विस्फोट स्थल से एजेंसियों को मिले छर्रे, घड़ी का टूटा डायल
दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा, ‘इजरायली दूतावास के पास हुए धमाके के मामले में तुगलक रोड पुलिस स्टेशन में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 3 और भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 427 के तहत जीवन या संपत्ति को खतरे में डालने वाले विस्फोट और नुकसान पहुंचाने वाली शरारत के लिए प्राथमिकी दर्ज की गई है. मामले को आगे की जांच के लिए दिल्ली पुलिस की आतंकवाद विरोधी इकाई, विशेष सेल को स्थानांतरित कर दिया गया है’.
अधिकारियों ने कहा, ‘परिस्थितिजन्य साक्ष्य के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. विस्फोट की आवाज सुनने वाले कुछ गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं, और कुछ वस्तुओं की बरामदगी की गई है, जैसे घड़ी का टूटा हुआ डायल, साइकिल में इस्तेमाल होने वाले छर्रे और इजरायली दूतावास के राजदूत को संबोधित एक पत्र. बरामद वस्तुओं की फोरेंसिक जांच रिपोर्ट अभी लंबित है. विस्फोट की प्रकृति पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी. परिस्थितिजन्य साक्ष्यों में यह तथ्य शामिल है कि इस धमाके और 29 जनवरी, 2021 को इजरायली दूतावास के बाहर कम तीव्रता वाले विस्फोट से कुछ समानताएं मिली हैं.’
साल 2021 और 26 दिसंबर 2023 के विस्फोट में समानताएं
साल 2021 का विस्फोट जिंदल हाउस के पास एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर बंगला नंबर 5 के पास शाम 5 बजे के आसपास हुआ था. 26 दिसंबर का विस्फोट भी लगभग उसी समय (शाम 5:45 बजे) हुआ, हालांकि यह पृथ्वीराज रोड पर हुआ जो पिछले विस्फोट स्थल के पीछे स्थित है और इजरायली दूतावास से लगभग 250 मीटर दूर है. साल 2021 विस्फोट मामले की जांच के दौरान, जांचकर्ताओं को विस्फोट के समय घटनास्थल के आसपास सीसीटीवी में अस्पष्ट चेहरे वाले दो संदिग्ध मिले. संदिग्धों की आखिरी लोकेशन जामिया नगर में मिली थी. वर्तमान केस में विस्फोट स्थल के पास मौजूद रहे एक ‘लंबे शख्स’ पर जांच टीम को संदेह है. उसने घटना से लगभग 3 घंटे पहले जामिया नगर से एक ऑटो-रिक्शा में अपनी यात्रा शुरू की थी और इजरायली दूतावास के पास पहुंचा था.