गाजियाबाद। शहरवासियों के लिए खुशखबरी है। नगर निगम 17 करोड़ की लागत से 65 एकड़ भूमि पर जिले में पहला बायोडायवर्सिटी पार्क बनाएगा। शासन ने प्रोजेक्ट की डीपीआर को मंजूरी दे दी है। जल्द शासनादेश जारी होगा।
इसके बाद महामाया स्टेडियम के पीछे सिद्धार्थ विहार में बायो डायवर्सिटी पार्क बनाने का काम शुरू होगा। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि बायो डायवर्सिटी पार्क को बेहतरीन पिकनिक स्पाट के रूप में विकसित किया जाएगा। यह प्रदूषण को कम करने में भी मददगार साबित होगा, क्योंकि यह पार्क नमो भारत ट्रेन के गाजियाबाद स्टेशन के नजदीक बनाया जाएगा।
ऐसे में यहां पर न सिर्फ गाजियाबाद बल्कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा, मेरठ व दिल्ली के लोगों का आना भी संभावित है। उन्होंने बताया कि पार्क के अंदर बटरफ्लाई गार्डन, फव्वारे, सोलर लाइट, पाथ-वे, साइकिल ट्रैक, वाच टावर, नर्सरी, प्ले ग्राउंड, फाउंटेन, लोटस पांड, फिश पांड, फॉरेस्ट रेस्टोरेंट, गार्डन कैफे के साथ ही यहां रिसर्च सेंटर भी होगा, जहां जैव विविधता से जुड़े शोध होंगे। हर वर्ग के लोग यहां आकर अपना मनोरंजन कर सकेंगे।
छात्रों को यहां वनस्पति विज्ञान की जानकारी मिलेगी। यहां 33 किलो लीटर प्रतिदिन क्षमता का एसटीपी लगेगा, जिससे नाले का पानी शोधित कर जलाशयों में भरा जाएगा। बायो डायवर्सिटी पार्क शहर की सुंदरता को बढ़ाएगा। बायो डायवर्सिटी पार्क में सेल्फी प्वाइंट भी बनाए जाएंगे। बच्चे, बूढ़े, जवान हर उम्र के लोग यहां मनोरंजन के लिए आ सकेंगे।
दरअसल, महामाया स्टेडियम के पीछे जमीन पर कूड़ा इकट्ठा होता था, जिसमें अक्सर आग लगा दी जाती थी। यहां शहर के कई हिस्सों से आकर गंदा पानी भी इकट्ठा होता है, जिस कारण यह प्रदूषण की बड़ी वजह बनता जा रहा है।
पास में ही साईं उपवन और ईको पार्क को भी इससे नुकसान हो रहा था। इसीलिए बायोडायवर्सिटी पार्क बनाने का निर्णय लिया गया। यहां जाने के लिए जीटी रोड के साथ मल्टीलेवल पार्किग और मेट्रो स्टेशन से भी कनेक्टिविटी दी जाएगी। न्यू लिक रोड फ्लाईओवर के नीचे वाहनों के पार्किग की व्यवस्था की जाएगी।