बदायूं के उझानी में बरात चढ़त के दौरान रिश्तेदार से कहासुनी के बाद दूल्हे का फूफा गुस्सा हो गया। उसने बरातियों पर कार चढ़ा दी। बरात में शामिल बच्चों समेत 11 लोग घायल हो गए। बरातियों की भीड़ ने कार घेरने की कोशिश की तो वह हाईवे की ओर कार दौड़ा ले गया। घटना से काफी देर तक अफरातफरी का माहौल रहा। परिजन ने घायलों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर उपचार कराया।
मामला शुक्रवार रात करीब 10 बजे का है। उझानी कस्बा निवासी एक व्यक्ति के बेटे की बरात कल्याण सिंह चौक स्थित बरातघर में आई थी। बरात चढ़ते हुए बिजलीघर के पास पहुंची, उसी दौरान एक रिश्तेदार और दूल्हा के फूफा की बरेली के बिसारतगंज निवासी व्यक्ति से कहासुनी हो गई। कहासुनी के बाद दूल्हे के फूफा ने हंगामा कर दिया। उसने बरात के बीच से कार दौड़ा दी। बीच बरात में कार घुस आने से जो भी उसके सामने आया, वह घायल हो गया।
ये लोग हुए घायल
घायल बराती और घरातियों में कासगंज जिले के गोहरा निवासी राजेश (32), राजेश की बेटी कुमकुम (10), सोरों कोतवाली क्षेत्र के गांव मानपुर नगरिया निवासी नवीन चंद्र (12) पुत्र दिनेश, सत्य नारायण, बरेली के सिरौली के गांव पट्टी निवासी सुनील कुमार (30), बिसौल निवासी जगपाल (18), उझानी कोतवाली क्षेत्र के गांव अढ़ाली के नितिन साहू (25), अनमोल (21) , कस्बे के रामलीला नगला निवासी आकाश यादव (20) और एक महिला शामिल है।
बरातियों ने घायलों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्राथमिक उपचार कराया। आकाश की हालत गंभीर बताते हुए उसे रात में ही जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। आकाश के पिता महेश ने बताया कि आरोपी शराब के नशे की हालत में था। महेश की ओर से उसके खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराने को कोतवाली में तहरीर दे दी गई है। दरोगा मनोज कुमार ने बताया कि शिकायत के आधार पर जांच की जा रही है।
अधिकतर घायलों को परिजन ले गए अपने साथ
घायलों को एक-एक करके सबसे पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचाया गया। चिकित्साधीक्षक राजकुमार गंगवार ने बताया कि घायल रात में एक बजे तक अस्पताल आए। सभी का प्राथमिक उपचार भी किया गया। आकाश के अलावा किसी का गंभीर चोट नहीं थी। घायलों के साथ कई रिश्तेदार भी अस्पताल आए। इलाज के बाद वह घायलों को अपने साथ घर लेकर चले गए।
घटना के बाद फरार हुआ आरोपी
परिजनों ने घायलों के उपचार के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों को बताया कि कार दौड़ाने के बाद आरोपी बरातियों के बीच रूका नहीं। उसे पकड़ने की भी कोशिश की गई। बरातियों में कुछेक लोग कल्याण सिंह चौक तक कार का पीछा करते गए, लेकिन कार को वह घेरने में नाकाम रहे।