लखनऊ के पेपर मिल कालोनी स्थित अलाया अपार्टमेंट में शनिवार देर रात व्यापारी आदित्य कपूर ने बच्चों के सामने निजी स्कूल में शिक्षिका पत्नी शिवानी (35) की चाकू से गोद कर हत्या कर दी।वह देर रात शराब पीकर घर लौटा था। दरवाजा खोलने में देर होने पर पत्नी से मारपीट की। घर में घुसते ही अपने दो मासूम बच्चों के सामने शिवानी पर चाकू से तीन वार किए। बच्चों की चीख सुनकर पड़ोसी जुटे और आदित्य को फ्लैट के अंदर बंद कर दिया। इस बीच वह बालकनी से नीचे कूद गया। इससे उसके सिर में चोट आ गई। वहां पहुंची पुलिस ने आरोपी पति आदित्य कपूर को अस्पताल भेजा। शिवानी के पिता ने आदित्य के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। आदित्य को पुलिस अभिरक्षा में ले लिया गया है। अलाया अपार्टमेंट शनिवार रात में बच्चों और उनकी मां शिवानी की चीखों से गूंज उठा था।…अपार्टमेंट में रहने वालों के साथ सामने बंधे के किनारे रहने वालों तक ने इन चीखों को सुना।
गार्ड विष्णु ने बताया कि जब कॉलोनी के लोग पहुंचे तो शिवानी डाइनिंग टेबल के पास खून से लथपथ मिली थी। आदित्य वहीं था। पड़ोसियों ने पहले शिवानी को अस्पताल भिजवाया, वहीं कुछ लोगों ने बच्चों को फ्लैट से बाहर निकाला। फिर आदित्य को अंदर बंद कर दिया गया था। बच्चे शुभम और पहल दहशत में थे। शुभम ने बताया कि पापा ने उनके सामने मम्मी को मारा। वह पापा से चुप रहने को कह रहे थे, लेकिन वह नहीं माने…। दोनों बच्चों को उनके नाना-नानी ले गये। आदित्य अपाटमेंट में पहली मंजिल पर फ्लैट नम्बर 101 में रह रहा था। उसकी शादी वर्ष 2009 में हुई थी। इस घटना की सूचना पर शिवानी के पिता दिलीप वहां पहुंच गये थे। आदित्य के पिता हरिनारायण और मां कविता अमीनाबाद में रहते हैं। इन लोगों को जब पता चला कि आदित्य ने शिवानी की हत्या कर दी है तो पहले उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ। शिवानी के पिता दिलीप ने कहा कि आदित्य को बेटी बहुत समझाती थी, लेकिन वह सुनता ही नहीं था। छह माह पहले ही आदित्य को घर वालों ने यहां शिफ्ट कराया था। यहां के लोगों ने बताया कि बच्चों और शिवानी की चीखें सुनकर वह लोग डर गए थे।
बच्चों की पढ़ाई के लिए जागरूक थी शिवानी
पड़ोसियों ने बताया कि शिवानी डॉ. वीरेन्द्र स्वरूप पब्लिक कॉलेज में कामर्स की टीचर थी। वह अपने दोनों बच्चों की पढ़ाई को लेकर बहुत जागरुक रहती थी। बेटा शुभम लामार्टीनियर कालेज और बेटी पहल सीएमस में पढ़ती थी। वह पड़ोसियों से अक्सर बच्चों की पढ़ाई पर बात करती थी। आदित्य अक्सर देर से घर आता था। पड़ोसियों का कहना था कि बिना मां के दोनों बच्चे कैसे रहेंगे..।
कंट्रोल रूम, एम्बुलेंस का नम्बर नहीं मिला
अपार्टमेंट के गार्ड ने बताया कि घटना के बाद उसने और पड़ोसियों ने कई बार पुलिस कन्ट्रोल रूम का फोन मिलाया लेकिन किसी से बात ही नहीं हो पायी। शिवानी को अस्पताल ले जाने के लिये एम्बुलेंस सेवा का नम्बर भी मिलाया गया लेकिन वह भी नहीं लगा। इस पर शिवानी की गाड़ी से ही पड़ोसी उसे अस्पताल लेकर गये थे।
खिड़की से कूदा आदित्य घायल हुआ तो ट्रॉमा भेजा
गार्ड विष्णु ने बताया कि आदित्य को फ्लैट में बंद किया तो वह बालकनी से कूद गया, सिर में चोट आई है। पुलिस ने ट्रॉमा भेजा, जहां अभिरक्षा में ले लिया गया है।शिवानी के पिता दिलीप खन्ना ने पुलिस को बताया कि शादी 14 साल पहले हुई थी। डीसीपी अपर्णा ने बताया कि आदित्य का इलाज ट्रॉमा में चल रहा है।