लखनऊ: Mukhtar Ansari Death Investigation: मुख्तार अंसारी की मौत पर पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह का बड़ा बयान सामने आया है. पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने जेल में स्लो प्वाइजन देने को लेकर कहा कि यूपी के जेलों में कुछ भी हो सकता है. सरकार को मुख्तार अंसारी की मौत की जांच सीबीआई से करानी चाहिए.
2018 में सुलखान सिंह को कारागारों की स्थिति सुधारने के लिये तीन सदस्यीय समिति का अध्यक्ष बनाया गया था. उस समिति ने क्या कालजयी रचना की यह सुलखान सिंह को ही पता होगा. हाल ही में सुलखान सिंह श्रीरामचरित मानस के खिलाफ टिप्पणियों का समर्थन कर चुके हैं. इस कांड के बाद से ग्राफ तेजी से गिरा था. बड़े दरबार में एंट्री तक बैन हो गई थी.
माफिया मुख्तार अंसारी के अंतिम संस्कार का शनिवार 30 मार्च को गाजीपुर के कब्रिस्तान में किया गया. डॉन मुख्तार अंसारी की बांदा जेल में हार्ट अटैक से गुरुवार देर रात मौत हो गई थी. मुख्तार अंसारी की मौत की न्यायिक जांच होगी. इसकी जिम्मेदारी बांदा जिले की मजिस्ट्रेट गरिमा सिंह को सौंपी गई है.
जेल की सजा काट रहा अब्बास पिता के जनाजे के लिए सुप्रीम कोर्ट से राहत चाहता था. लेकिन, मामले की जल्द सुनवाई नहीं हुई और अब वो जेल में ही रहने वाला है. प्रशासन की ओर से मुख्तार की मौत की न्यायिक जांच के आदेश भी दिए जा चुके हैं. मुख्तार अंसारी को सुपुर्द-ए-खाक सीसीटीवी की निगरानी किया गया. बाहरी लोगों पर नजर रखी गई.