कन्नौज। उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में किशोरी से दुष्कर्म (Kannauj Rape Case) के मामले में पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव (Nawab Singh Yadav) का डीएनए सैंपल पीड़िता से मैच हो गया है। घटना के मौके से फोरेंसिक टीम ने नमूने और डीएनए टेस्ट रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि है। अब नवाब सिंह यादव की मुश्किलें बढ़ना तय है।
एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि विधि विज्ञान प्रयोगशाला से रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। नवाब सिंह यादव ने किशोरी से दुष्कर्म किया है। विधि विज्ञान प्रयोगशाला की रिपोर्ट से इसकी पुष्टि हुई है।
पुलिस ने तैयार की केस डायरी
किशोरी से पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह के दुष्कर्म के मामले में पुलिस को 60 दिन के अंदर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करना होगा। इससे पुलिस ने करीब 70 पन्नों की केस डायरी तैयारी की है। पुलिस ने इस मामले में विवेचना पूर्ण कर ली है। जल्द ही पुलिस मामले में चार्जशीट दाखिल कर सकती है।
गिरफ्तारी के समय कमरे का वीडियो हुआ वीडियो
पूर्व ब्लॉक प्रमुख की गिरफ्तारी का वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ था। इसमें पीड़िता बगैर टॉप के कॉलेज के गेट पर खड़ी है। वीडियों में पीड़िता के साथ पुलिस अंदर कमरे में पहुंचती है। कमरे के अंदर बेड पर नवाब सिंह लेटा हुआ है। जबकि पीड़िता की बुआ पास में कुर्सी पर बैठी हैं।
कौन है नवाब सिंह यादव
बालिक से दुष्कर्म के प्रयास से सुर्खियों में आए नवाब सिंह यादव (Nawab Singh Yadav) ने छात्र संघ की राजनीति से सियासती पारी शुरू की। इसके बाद कम समय में ब्लॉक प्रमुख से लेकर सपा सरकार में मिनी मुख्यमंत्री के नाम से रसूक कायम किया।
अखिलेश यादव के बेहद खास माने जाने वाले नवाब सिंह डिंपल यादव का प्रतिनिधि भी रहा है। सदर कोतवाली की कटरी के अड़ंगापुर गांव निवासी नवाब सिंह यादव ने छात्र राजनीति सियासत में कदम रखा
वर्ष 1995 में शहर के पीएसएम डिग्री कॉलेज में दाखिला लेने के बाद कुश्ती प्रतियोगिताओं में जीत दर्ज कर नवाब सिंह कॉलेज में अपने शिष्य तैयार किए। इसके बाद वर्ष 1996 में छात्र संघ अध्यक्ष पद का चुनाव जीता।
वर्ष 1997 में समाजवादी लोहिया वाहिनी का जिलाध्यक्ष बनाया गया। सपा सरकार में वर्ष 2006 में नवाब सिंह को निर्विरोध सदर ब्लॉक प्रमुख चुना गया।
2007 से अबतक अपहरण समेत दर्ज हुए 16 आपराधिक मामले
आरोपित नवाब सिंह यादव के खिलाफ जघन्य आपराधिक मामले दर्ज हैं। वर्ष 2007 से अबतक उस पर 16 मामले दर्ज हुए हैं। इनमें अपहरण, गुंडा एक्ट, मारपीट और महामारी अधिनियम के मामले शामिल हैं।