इम्फाल में दो युवकों की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर मंगलवार को पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया है. पुलिस के इस कार्रवाई के बाद मणिपुर में एक बार फिर तनाव की स्थिति पैदा हो गई है. हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि लाठीचार्ज के कुछ घंटे बाद ही मणिपुर सरकार ने अगले पांच दिनों के लिए इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी है. यही नहीं सभी स्कूलों को 29 सितंबर तक के लिए बंद कर दिया गया है. बता दें कि इम्फाल घाटी में दो युवकों की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन कर रही भीड़ पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोटे और जमकर लाठी बरसाई. पुलिस की इस कार्रवाई में 45 से अधिक छात्र घायल हुए हैं.
सरकार की ओर से जानकारी दी गई है कि राज्य के अधिकार क्षेत्र में आने वाले वीपीएन के माध्यम से मोबाइल इंटरनेट डेटा सेवाओं, इंटरनेट/डेटा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से एक अक्टूबर, 2023 की शाम 7:45 बजे तक निलंबित करने का निर्णय लिया गया है.
पुलिस ने छात्रों पर छोड़े आंसू गैस के गोले
सोशल मीडिया पर दो युवकों के शवों की तस्वीर वायरल होने के कुछ घंटों के बाद इंफाल स्थित स्कूल और कॉलेज के छात्रों ने रैली निकाली और हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की. बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री सचिवालय की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें इंफाल के पूर्वी जिले के संजेनथोंग के पास रोक लिया. इसके बाद छात्रों और पुलिस के बीच झड़प हो गई और पुलिस ने छात्रों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ दिए. पुलिस ने आंदोलनकारी छात्रों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया, जिसमें कई छात्र घायल हो गए.
प्रदर्शन कर रहे 45 छात्र गंभीर रूप से घायल
अधिकारियों के मुताबिक पुलिस की कार्रवाई में 45 से अधिक छात्र घायल हुए हैं. घायल छात्रों को इंफाल पूर्व और पश्चिम जिलों के विभिन्न निजी और सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. घायल छात्रों में से 12 का इलाफ सरकारी अस्पताल में चल रहा है जबकि 33 छात्र निजी अस्पताल में भर्ती हैं.
सीएम ने सीबीआई को सौंपी जांच
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी है. सीएम की ओर से कहा गया है कि सीबीआई के सहयोग से पुलिस छात्रों के लापता होने की परिस्थितियों का पता लगाएगी और उनकी हत्या करने वाले षड्यंत्रकारियों की पहचान कर उन्हें जल्द से जल्द जेल भेजेगी. आरोपियों को पकड़ने के लिए सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान भी शुरू कर दिया है.