संसद का विशेष सत्र सोमवार को शुरू होने जा रहा है. इससे एक दिन पहले आज नई संसद भवन में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया. उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने संसद भवन में राष्ट्रीय ध्वज फहराया.
इस दौरान कांग्रेस के सीनियर नेता अधीर रंजन चौधरी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी के साथ-साथ राज्यसभा और लोकसभा में विभिन्न दलों के नेता भी मौजूद रहे. ध्वजारोहण करने से पहले धनखड़ और बिड़ला को सीआरपीएफ के पार्लियामेंट ड्यूटी ग्रुप ने अलग से गार्ड ऑफ ऑनर दिया.
खड़गे नहीं हुए कार्यक्रम में शामिल
इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भी निमंत्रण भेजा गया था, लेकिन वह समारोह में शामिल नहीं हुए. उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें काफी देर से यह निमंत्रण मिला है. उन्होंने राज्यसभा महासचिव पीसी मोदी को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी भी जाहिर की.
कार्यसमिति बैठक का दिया हवाला
कांग्रेस अध्यक्ष और विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कार्यक्रम के लिए देरी से न्योता मिलने पर नाखुशी जाहिर की. कांग्रेस पार्टी का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के अवसर पर 17 सितंबर को यह कार्यक्रम है जबकि खड़गेजी को 15 सितंबर को दोपहर 12 बजे न्योता भेजा गया है. सरकार को पहले से पता था कि हमारी कांग्रेस कार्यसमिति की पहले से तय बैठक 16-17 सितंबर को हैदराबाद में होने जा रही है.
कैसा है नया संसद भवन?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 दिसंबर 2020 को नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी. 28 मई 2023 को इसका उद्घाटन हुआ. नया संसद भवन 29 महीने में बनकर तैयार हो गया.नए संसद भवन को त्रिकोणीय आकार में तैयार किया गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा स्पेस को इस्तेमाल में लाया जा सके. ये 64,500 वर्गमीटर में बना हुआ है. इसे बनाने में 862 करोड़ रुपये की लागत आई है.
पुराने संसद भवन में लोकसभा में 545 और राज्यसभा में 245 सांसदों के बैठने की जगह है. जबकि, नए भवन में लोकसभा चैम्बर में 888 सांसद बैठ सकते हैं. संयुक्त संसद सत्र की स्थिति में 1,272 सांसद बैठ सकेंगे. जबकि, राज्यसभा चैम्बर में 384 सांसद आसानी से बैठ सकते हैं. नई संसद में लोकसभा चैंबर को राष्ट्रीय पक्षी मोर और राज्यसभा चैंबर को राष्ट्रीय फूल कमल की थीम पर तैयार कराया गया है.