मणिपुर में हिंसा से जुड़ी घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं, तो सुरक्षा एजेंसियों ने भी चरमपंथियों पर लगाम लगाने के लिए कमर कस रखी है. इसी सिलसिले में इनपुट्स के आधार पर मणिपुर में भारतीय थल सेना ने असम राइफल्स के साथ एक्शन में बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
भारतीय सेना की स्पीयर कॉर्प्स ने बयान जारी कर बताया, इनपुट्स के आधार पर मिली जानकारी के अनुसार मणिपुर के कांगचुक चिंगखोंग जंक्शन पर मोबाइल व्हीकल चेक पोस्ट पर एक मारुति ऑल्टो को रात 9:35 बजे पकड़ा गया. उस मारुति ऑल्टो से सेना को पांच शॉटगन, हथगोले, गोला बारूद के तीन कार्टन बरामद किए गए हैं. साथ ही पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया.
मणिपुर में अभी कैसे हैं हालात?
हालिया मीडिया इनपुट्स की बात करें तो एक दिन पहले फिर हिंसा भड़कने के बाद मंगलवार (23 मई) को स्थिति तनावपूर्ण रही, लेकिन हालात अभी काबू में हैं. राज्य में तीन मई के बाद से जातीय हिंसा में कम से कम 70 लोगों की मौत हो गई. इंफाल पूर्व जिले के न्यू चेकोन इलाके में व्यावसायिक प्रतिष्ठान मंगलवार सुबह बंद रहे और सुरक्षाकर्मियों ने लोगों से घरों में ही रहने की अपील की.
सुरक्षा बलों की मौजूदगी के बावजूद कैसे भड़की हिंसा?
इस जिले में एक पूर्व विधायक समेत हथियारबंद चार लोगों ने सोमवार (22 मई) को लोगों को अपनी दुकानें बंद करने के लिए बाध्य किया, जिसके बाद एक बार फिर हिंसा भड़क उठी थी.पुलिस ने बताया कि इंफाल पूर्व जिले में फुखाओ और लेइतानपोकपी समेत कुछ जगहों पर लाइसेंसी बंदूकों से लैस स्थानीय लोग अस्थायी बंकर बनाकर किसी भी संभावित हमले के खिलाफ अपने इलाकों की रक्षा करते हुए पाए गए. सोमवार को इंफाल पश्चिम में सिनम खैतोंग गांव में सुरक्षाबलों ने ऐसे पांच बंकर नष्ट कर दिए.