दिल्ली के ओखला इलाके में स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में सोमवार को उस समय तनाव का माहौल बन गया जब दो से तीन छात्रों द्वारा स्ट्राइक फॉर बाबरी जैसे नारे लगाए जाने का वीडियो सामने आया. पब्लिक डोमेन स्ट्राइक फॉर बाबरी वीडियो आने के बाद विश्वविद्यालय के बाहर एहतियात के तौर पर पुलिसकर्मियों की तैनात कर दिया गया. दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि अयोध्या स्थित राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के दिन यहां पुलिस की तैनाती की गई. यह मंदिर उस स्थान पर बनाया गया है, जहां बाबरी मस्जिद थी, जिसे 1992 में कारसेवकों ने ध्वस्त कर दिया था.
दिल्ली पुलिस के एक अफसर के मुताबिक एहतियात के तौर पर विश्वविद्यालय के बाहर पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई. उन्होंने बताया कि रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह और आगामी गणतंत्र दिवस के मद्देनजर ऐसा किया गया है. इसके बाद जामिया परिसर के अंदर विरोध प्रदर्शन हुआ, लेकिन बाहर कुछ नहीं हुआ.
पुलिस ने किसी को हिरासत में नहीं लिया
जामिया मिल्लिया इस्लामिया प्रशासन ने कहा कि विरोध के कारण शैक्षणिक गतिविधि बाधित नहीं हुई और स्थिति नियंत्रण में है. विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा कि सिर्फ दो से तीन छात्र ही नारेबाजी कर रहे थे. कक्षाओं और परीक्षाओं में किसी तरह की बाधा नहीं आई. यह पूछे जाने पर कि क्या दो लोगों को हिरासत में लिया गया है, पुलिस अधिकारी ने बताया कि किसी को भी हिरासत में नहीं लिया गया है.
सतर्कता के लिहाज से पुलिस की तैनाती
बता दें कि सोमवार को यूपी के अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह को मद्देनजर दिल्ली पुलिस को हाई अलर्ट रहने को कहा गया है. सुरक्षा के लिए से पुलिस ने अपनी गश्त बढ़ा दी थी. संवेदनशील इलाकों में विशेष पुलिस पिकेट भी बनाए गए थे. ताकि राम मंदिर का उद्घाटन कार्यक्रम की वजह से देश की राजधानी में कोई अशांति नहीं फैले. यही वजह है कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में सोमवार को स्ट्राइक फॉर बाबरी के नारे लगने और वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने यूनिवर्सिटी के बाहर जवानों की तैनाती बढ़ा दी थी.