आज यानी 18 जून को ग्रेटर नोएडा की एक सोसाइटी में आग लग गई. 30 मंजिला इमारत के 26वें फ्लोर पर आग लगने की घटना बताई जा रही है. आग पर बड़ी मुश्किल से काबू पाया गया. इस पूरी सोसाइटी की देखभाल की जिम्मेदारी एओए की है लेकिन जिस टावर में आग लगी उसकी देखरेख एक बिल्डर करता है. सोसायटी के AOA अध्यक्ष ने बताया कि उस फ्लैट में MCB ना होने की वजह से आग लगी.
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की पंचशील ग्रीन्स-1 सोसाइटी में आज यानी 18 जून की दोपहर को भीषण आग लग गई.आग लगने की वजह एसी ब्लास्ट होना बताया जा रहा है. आग पर काफी मशक्कत के बाद काबू पाया जा सका. हैरान करने वाली बात तो यह है कि इतनी आलीशान सोसायटी के बाद भी कुछ फ्लैट में एमसीबी ही नहीं लगवाई गई हैं. ऐसे में आज जब आग लगने की घटना हुई तो इसे रोका नहीं जा सका. ना ही सोसायटी में लगे अग्निशमन यंत्र ने काम किया. इस प्रकार की लापरवाही पर सोसायटी के लोग भड़के हुए हैं. कुछ लोगों का कहना है कि वो इस बात की पुलिस से शिकायत करेंगे.
सोसायटी के लोगों का कहना है कि फ्लैट के अंदर आपातकाल में रक्षा करने वाले सभी जरूरी यंत्र होने चाहिए. फ्लैट में एमसीबी का ना होना बिल्डर की लापरवाही को दर्शाता है. अभी सोसायटी में कई फ्लैट हैं जिनके अंदर एमसीबी नहीं है. स्प्रिंकलर चले ही नहीं. ये बिल्डर की बड़ी गलती है. बताया जा रहा है कि इस बिल्डिंग की देख भाल की जिम्मेदारी बिल्डर की थी. ऐसे में इस लापरवाही का जिम्मेदार बिल्डर है.
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि आग लगने की खबर मिलते ही सोसायटी के सभी लोग आ गए. सभी ने मिलकर आग बुझाई. लोगों से मिली जानकारी के अनुसार कमरे के अंदर लगी एसी में शॉट सर्किट हुआ और उससे पूरे घर में आग लग गई. घर में आग लगने के समय एक लड़की मौजूद थी. वह लैपटॉप पर अपना कुछ काम कर रही थी. एसी में शॉट सर्किट होने से घर में धुआं आने लगा. लड़की नीचे गार्ड को बुलाने गई और इतने में एसी में ब्लास्ट हो गया. ब्लास्ट होने घर में रखा लाखों का सामान जलकर राख हो गया.
फायर सिस्टम फेल
आग लगने वाले फ्लैट की बालकनी से धु्आं उठा तो पूरी सोसायटी में हड़कंप मच गया. आग लगने से फ्लैट में रखा सारा फर्नीचर, कपड़े, लैपटॉप आदी सारा सामान जलकर राख हो गया. AC पूरी तरह जल गया है. सोसाइटी में रहने वाले लोगों का कहना है कि समय पर फायर सिस्टम चालू नहीं हुआ और स्प्रिंकलर काम नहीं किया. इसकी शिकायत थाने में दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा है कि बिल्डर के खिलाफ एक कंप्लेन दी जानी चाहिए.