उत्तर प्रदेश के देवरिया में हुए हत्याकांड के बाद राजस्व विभाग की टीम द्वारा मृतक प्रेमचंद्र यादव के मकान की पैमाइश (नाप-जोख) की गई. साथ ही सत्यप्रकाश दुबे और उनके परिवार के चार लोगों की बेरहमी से हत्या करने वाले आरोपियों की जमीन आदि की भी नाप-जोख हुई. इसी के बाद से हत्यारोपियों के अवैध निर्माण/कब्जे पर बुलडोजर कार्रवाई की चर्चा ने जोर पकड़ लिया. जिसपर अब प्रेमचंद्र यादव की पत्नी ने प्रतिक्रिया दी है.
प्रेमचंद्र यादव की पत्नी शीला यादव ने कहा कि पूरे मामले की सही से जांच हो और जो भी दोषी हो उसपर कार्रवाई हो. मेरे पति की हत्या कैसे हुई? इसकी जांच होनी चाहिए. प्रशासन से अनुरोध है कि घर के कुछ लोगों को जेल से छोड़ दिया जाए ताकि हम अपने आदमी का क्रिया-कर्म आदि कर सकें. आत्मा की शांति के लिए.
प्रेमचंद्र यादव की पत्नी बोली- घर नहीं गिरने देंगे
घर पर बुलडोजर चलने के सवाल पर प्रेमचंद्र यादव की पत्नी शीला ने कहा कि कल ही जमीन, मकान सब नापा गया. जमीन सास के नाम से बैनामा है. चाहे तो कचहरी से कागज लाकर देख लीजिए. जब तक सबूत (अवैध निर्माण के) नहीं देंगे तब तक घर गिरने नहीं देंगे. मेरे पति की हत्या हुई है. इसकी जांच करवाइये. हमको नहीं पता अब तक क्या कार्रवाई हुई है. मेरे घर के दो लोग बंद हैं. गांव-मोहल्ले के लोगों को भी बंद कर दिया. ये कहते हुए शीला यादव रोने लगती है.
बता दें कि 2 अक्टूबर को रुद्रपुर थाने के फतेहपुर गांव में प्रेमचंद्र यादव (पूर्व जिला पंचायत सदस्य) की हत्या कर दी गई थी. जिसके प्रतिशोध में सत्य प्रकाश दुबे समेत उनके परिवार के चार लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था. कुल मिलाकर एक गांव में 6 लोगों की निर्मम हत्या हुई थी.
इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से एक-दूसरे पर मामला दर्ज कराया गया है. पहले मुकदमे के तहत सत्य प्रकाश दुबे की बड़ी बेटी शोभिता द्विवेदी की ओर से 27 नामजद और 50 अज्ञात सहित 77 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है. दूसरी ओर, मृतक प्रेमचंद्र यादव के रिश्तेदार की ओर से दर्ज कराई गई FIR में दुबे परिवार के 5 लोगों के नाम हैं. फिलहाल, अब तक 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
मालूम हो कि इस वारदात में सत्य प्रकाश दुबे का 8 वर्षीय बेटा अनमोल घायल हो गया था. उसे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, जहां अभी भी उसका इलाज चल रहा है. बीते दिन सीएम योगी आदित्यनाथ ने अस्पताल जाकर अनमोल का हाल जाना और डॉक्टरों को बेहतर इलाज के निर्देश दिए.
उधर, सत्यप्रकाश दुबे की जिंदा बची बेटी शोभिता ने सरकार से मांग की है कि उसके परिवार के 5 लोगों की हत्या करने वालों का एनकाउंटर हो या फिर उनको फांसी की सजा दिलाई जाए. इसके अलावा शोभिता ने बुलडोजर की कार्रवाई करने की भी मांग की है.
कल (3 अक्टूबर) प्रशासन ने राजस्व विभाग की टीम से सत्यप्रकाश दुबे परिवार की हत्या के नामजद 16 आरोपियों की प्रॉपर्टी की पैमाइश करवाई ताकि उनके अवैध कब्जे या अवैध निर्माण की जांच हो सके. इसी के बाद से कहा जाने लगा कि पुलिस-प्रशासन जल्द ही अवैध निर्माण/कब्जे पर बुलडोजर की कार्रवाई कर सकता है. गौरतलब है कि अवैध कब्जे के मुद्दे को देवरिया सदर से बीजेपी विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने उठाया था.