नोएडा। सर्पविष तस्करी प्रकरण में फंसे बिग बॉस ओटीटी-2 के विजेता एल्विश यादव की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एल्विश यादव के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। ईडी मुख्यालय के निर्देश पर राजधानी लखनऊ स्थित जोनल कार्यालय द्वारा इस प्रकरण की जांच शुरू कर दी है।
ईडी की ओर से एल्विश यादव से पूछताछ के लिए समन भेजने की तैयारी चल रही है। वहीं ईडी की टीम जल्द ही नोएडा पुलिस से संपर्क कर सकती है। बता दें कि भाजपा सांसद मेनका गांधी की संस्था पीपुल्स फार एनिमल्स के पदाधिकारी गौरव गुप्ता की शिकायत पर एल्विश यादव समेत छह लोगों के खिलाफ नोएडा की कोतवाली सेक्टर-49 में नवंबर 2023 में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था।
मामले में पांच लोगों की हुई थी गिरफ्तारी
पुलिस ने मामले में चार सपेरों समेत पांच लोगों को संस्था की मदद से गिरफ्तार किया था। इसके बाद पुलिस ने मार्च 2024 में एल्विश यादव समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा था। पुलिस की ओर से इन मामले में एक हजार पन्नों का आराेप पत्र भी न्यायालय में दाखिल कर दिया गया है। अब, ईडी इस मामले में बड़े कार्रवाई की तैयारी में है।
सूत्रों के मुताबिक ईडी यह पता लगाने में जुटी है कि सांपों का जहर एनसीआर के नामचीन होटलों, क्लबों, रिजार्ट ओर फार्म हाउस में होने वाली रेव पार्टियों में उपलब्ध कराया जाता था। अब ईडी के अधिकारी इन्हें चिह्नित कर संचालकों को तलब करके पूछताछ कर सकते हैं।
जांच के दायरे में एल्विश यादव की महंगी गाड़ियां
वहीं एल्विश यादव की महंगी गाड़ियां भी जांच के दायरे में हो सकती हैं। ईडी को एल्विश के पास कई लग्जरी गाड़ियों का काफिला होने की जानकारी भी मिली है। इसके बारे में उनसे पूछताछ की जाएगी। एल्विश यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने वाले गौरव गुप्ता का कहना है कि इस मामले में हमने पूर्व में ही सभी आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी।
एल्विश यादव ही नहीं इस मामले में हरियाणवी गायक फाजिलपुरिया की भूमिका भी जांच की जानी चाहिए। पुलिस ने कई और आरोपितों को पकड़ने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।