मथुरा। शहर कोतवाली क्षेत्र की कृष्णा विहार काॅलोनी स्थित ब्रजमोहन पहलवान पीजी (पेइंग गेस्ट) के एक कमरे में शनिवार दोपहर हिमाचल की एक महिला ने फांसी के फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली। महिला ससुराल में बिना बताए नौकरी की तलाश में मथुरा आई थी। 20 दिसंबर से वह पीजी में ठहरी थी। इधर, पति ने अपहरण का मुकदमा दर्ज करा रखा था। महिला के पास से मिला सुसाइड नोट मिला है। इसमें किसी को आत्महत्या के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया गया है।
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर स्थित डेहरा निवासी हितेश महाजन की पत्नी शालिनी महाजन (26) ने 20 दिसंबर को बीएसए इंजीनियरिंग कॉलेज के सामने ब्रजमोहन पहलवान टावर की तीसरी मंजिल पर एक कमरा किराए पर लिया था। बी फार्मा की डिग्री हासिल करने के बाद वह यहां जॉब की तलाश में आई थी। शनिवार को शालिनी महाजन का बीएसए इंजीनियरिंग कॉलेज में इंटरव्यू भी था, पर वह नहीं गई।
काॅलेज से कॉल भी किया गया, मगर शालिनी का फोन नहीं उठा। दोपहर तक कमरा न खुलने पर पास के ही कमरों में रह रहीं अन्य युवतियों ने शालिनी के कमरे में झांक कर देखा तो वह पंखे की पंखुड़ी से नीचे लटकी मिली यह देख शोर मचा दिया। शहर कोतवाली पुलिस के साथ एएसपी/सीओ सिटी कुंवर आकाश कुमार और इंस्पेक्टर रवि त्यागी मौके पर पहुंचे। दरवाजा तोड़कर महिला के शव को फंदे से उतारा। सीओ सिटी ने बताया कि महिला शालिनी महाजन के संबंध में बिलासपुर पुलिस से वार्ता की गई, जिसमें सामने आया है कि उसके पति हितेश महाजन ने शालिनी महाजन के अपहरण का मुकदमा दर्ज करा रखा था। उसके ससुराल वालों को सूचना दे दी है। शव पोस्टमार्टम को भेजा दिया है। परिजनों के आने पर पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
सॉरी, मैंने यह कदम उठाया
शालिनी की शादी दो साल पहले हुई थी। वह शादी से पहले नौकरी करती थी। उसके पास से सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने पति के लिए लिखा है कि सॉरी उसने यह कदम उठाया। वह किसी के साथ भागी नहीं, बल्कि वृंदावन घूमने का मन था। साथ ही नौकरी करना चाहती थी, जो कि शादी के बाद ससुराल वालों को पसंद नहीं था।
सास-ससुर के लिए लिखा है कि उसके नाम पर एक एफडी है, जिसे उसके पापा को दिया जाए, उनको पैसों की जरूरत है। उन्होंने पढ़ाई लिखाई में पैसा खर्च किया। नौकरी कर वह उनकी मदद करना चाहती थी। मगर, जल्दी शादी होने के चलते यह संभव नहीं हो पाया।